ओम प्रकाश राजभर ने बताई वो वजह जिससे लोग पार्टी छोड़कर गए, बोले- यादवों की पार्टी है सपा

कुमार अभिषेक

• 01:47 PM • 21 Sep 2022

सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. राजभर ने कहा कि सपा ने सुभासपा को तोड़ने की कोशिश…

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सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. राजभर ने कहा कि सपा ने सुभासपा को तोड़ने की कोशिश की. जो लोग भी पार्टी छोड़कर गए उन्हें वहां माल दिया गया. 10 नई बाइक गिफ्ट की गई है. साथ ही राजभर ने ये भी कहा कि सपा केवल यादवों की पार्टी है. अखिलेश केवल यादव नेताओं के सुख-दुख में शामिल होते हैं. जेल में भी उन्हीं नेताओं से मिलते हैं जो यादव हैं. वे आजम खान से जेल में मिलने क्यों नहीं गए?

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UP TAK से खास इंटरव्यू में ओम प्रकाश राजभर ने कहा- आज सीएम से मिला हूं. राजभर समाज के अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की बात की. जरूरत पड़ी तो पीएम से भी मिलूंगा और कहूंगा कि गोंड खरवार को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया तो हमारी जाति को भी शामिल करो.

लोकसभा में कम से कम दो मेंबर भेजना है

ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि लोकसभा में कम से कम दो मेंबर भेजना है जो हमारे समाज की समस्याएं और बात को केंद्र सरकार तक रख सकें. हालांकि इस सवाल पर कि ओपी राजभर को बीजेपी से ऑफर हैं? उन्होंने कहा- अभी तो मुझे खुद ही नहीं पता है. पार्टी नेता क्या चाहते हैं? के सवाल पर बोले- रहीम दास का दोहा पढ़िए और चुप बैठिए. जब टाइम आएगा. 24 का चुनाव आएगा तब देखी जाएगी.

आज के डेट में पीएम मोदी को कोई अकेले नहीं हरा सकता

ओपी राजभर ने माना कि पीएम मोदी को अकेले हरा पाना संभव नहीं है. उन्होंने कहा-आज के तारीख में अकेले-अकेले में किसी की हिम्मत नहीं है कि मोदी जी को हरा दे. आज अकेले-अकेले लड़ लें तो खाता न खुलेगा.

ओम प्रकाश राजभर ने कहा- मायावती जी कमरा से निकलबे नहीं करेंगी वहीं से ट्वीट कर देंगी. कोई भी अति पिछड़ा समाज सपा के साथ जाने को तैयार नहीं है. यादव और कुर्मी की आपस में नहीं पटती है. ग्रामीण इलाकों में 60 फीसदी मारपीट यादव समाज के लोग कर रहे हैं. गठबंधन बनावें पर वोट नहीं चढ़ेगा. जाति को जाति वोट दे देगी. पटेल जाति का वोट सपा को मिल जाए तो नहीं हो सकता.

महागठबंधन पर बोले ओपी राजभर

ओपी राजभर ने कहा- पहले तो विपक्ष में एकजुटता नहीं है. मायावती और अखिलेश लड़ते हैं. इनकी लड़ाई में पिछड़े और दलित पिस रहे हैं. बिहार में अति पिछड़ा वोट को एकजुट करने की पहल नहीं है. अब नीतीश जी लालू के साथ चले गए हैं. आरजेडी से समझौता होने के बाद बिहार में सड़क पर गोलियां चल रही हैं. लालू जी से नाराज होकर वोटर नीतीश जी के साथ आया. नीतीश जी जंगल राज के साथ फिर खड़े हो गए. ऐसे में लोग विकल्प खोज रहे हैं. इधर बंगाल में ममता जी, दिल्ली में अखिलेश जी, कांग्रेस में सोनिया गांधी तैयार नहीं हैं.

यूपी में लड़ाई वर्चस्व की है

ओपी राजभर ने कहा- यूपी में मायावती ने दूसरा दलित नेता पैदा नहीं होने दिया. मुलायम सिंह ने पिछड़ों का कोई नेता नहीं पैदा होने दिया गया. अखिलेश को चिढ़ है कि ओम प्रकाश राजभर पिछड़ों और दलित का उभरता नेता है. लड़ाई यहां वर्चस्व की है.

हमने कभी नहीं कहा कि मुख्तार पर बुल्डोजर मत चलाओ

ओम प्रकाश राजभर ने कहा- 2002 में हमारी पार्टी बनाई. 2012 में कौमी एकता दल से एलाइंस हुआ. गठबंधन की सरकारें बन रही हैं. वो जेल में हैं हम बाहर हैं. अगर जनता में उसकी लोकप्रियता नहीं थी तो वो क्यों जीतते. आज भी अंसारी परिवार के साथ हूं. मेरी आवाज पहुंच रही है तो मेरे पार्टी के विधायक कोर्ट में हाजिर होकर जमानत करा लें. न्यायालय अपना काम करे, सरकार अपना काम करे और संबंध और व्यवहार अपनी जगह है. मुख्तार पर बुल्डोजर चलावें हमने कभी मना नहीं किया.

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