पति शराब पीकर आए तो डंडे से पीटो... मंत्री मन्नू कोरी की ये बात सुनकर हंसने लगी औरतें

बुंदेलखंड में भाजपा के बड़े दलित चेहरे और योगी सरकार में श्रम राज्य मंत्री मनोहर लाल पंत उर्फ मन्नू कोरी एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान नशाबंदी पर को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर पति शराब पीकर घर आए तो उसे सटकिया यानी डंडा उठाकर पीटो और उसकी खटिया घर के बाहर खड़ी कर दो. मन्नू कोरी का ये बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.

Mannu Kori

सुषमा पांडेय

28 Dec 2025 (अपडेटेड: 28 Dec 2025, 10:39 AM)

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बुंदेलखंड में भाजपा के बड़े दलित चेहरे और योगी सरकार में श्रम राज्य मंत्री मनोहर लाल पंत उर्फ मन्नू कोरी एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. मड़ावरा के ग्राम पंचायत हसीरा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान श्रम राज्य मंत्री जी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर पति शराब पीकर घर आए तो उसे सटकिया यानी डंडा उठाकर पीटो और उसकी खटिया घर के बाहर खड़ी कर दो. दिलचस्प बात यह रही कि मंत्री जी ने इस दौरान अपना खुद का उदाहरण देते हुए यहां तक कह दिया कि उनका नशा भी पत्नी ने इसी तरह छुड़वाया था. फिलहाल मन्नू कोरी का ये बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.

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मन्नू कोरी मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थी को प्रमाण पत्र बांटने के लिए मड़ावरा विकास खंड के ग्राम पंचायत हसीरा में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान नशाबंदी पर को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर पति शराब पीकर घर आए तो उसे सटकिया यानी डंडा उठाकर पीटो और उसकी खटिया घर के बाहर खड़ी कर दो. साथ ही उन्होंने अपना किस्सा सुनाते हुए कहा कि एक समय में वह भी नशा के आदि थे. लेकिन उनकी पत्नी की वजह से उन्होंने इससे तौबा कर लिया. मंत्री ने कहा कि 'एक बार दारू पीकर मैं भी घर आया था तो मेरी घरवाली ने भी मुझे भी लाठी मारी थी. तब से मेरी दारू छूट गई.' मंत्री जी के इस खुले स्वीकारनामे और मजाकिया अंदाज को सुनकर कार्यक्रम में मौजूद महिलाएं ठहाके लगाकर हंसने लगीं. यह पहली बार नहीं है जब मन्नू कोरी चर्चा में आए हों. कुछ समय पहले उनका 'दे दे प्यार दे' गाने पर डांस करते हुए वीडियो खूब वायरल हुआ था. स्थानीय लोग बताते हैं कि मंत्री जी जहां भी जाते हैं अपने इसी अंदाज से महफिल लूट लेते हैं.

सियासी गलियारों में मन्नू कोरी का कद काफी बड़ा है. 2017 और 2022 में लगातार चुनाव जीतकर योगी सरकार में राज्य मंत्री बने. वे शुरू से ही संघ और भाजपा की विचारधारा से जुड़े रहे हैं. 2017 की लहर में उन्होंने लगभग 1 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी जिसे उन्होंने 2022 में दोबारा जीतकर साबित किया कि उनकी पकड़ सिर्फ लहर तक सीमित नहीं है. 1995 में जिला पंचायत से राजनीति शुरू करने वाले कोरी ने कई बार हार का सामना भी किया. लेकिन वे पार्टी के साथ मजबूती से डटे रहे. मन्नू कोरी के राजनीतिक रसूख का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब उनके बेटे चंद्रशेखर भी राजनीति में काफी सक्रिय हो गए हैं. इलाके में चर्चा है कि कोरी परिवार की सियासी विरासत अब अगली पीढ़ी की ओर बढ़ रही है.

यहां देखें वीडियो रिपोर्ट

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