UP News: यूपी Tak के लोकप्रिय शो 'आज का यूपी' में हम उत्तर प्रदेश की राजनीति के उन तीन बड़े घटनाक्रमों पर बात करेंगे जो भविष्य की दिशा तय कर सकते हैं. क्या मायावती और कांग्रेस का हाथ एक बार फिर साथ आने वाला है? कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे के एक बयान ने गठबंधन की अटकलों को हवा दे दी है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की 24 घंटे में दो बार प्रधानमंत्री से मुलाका. क्या यह महज एक शिष्टाचार भेंट है या इसके पीछे ब्राह्मण विधायकों की नाराजगी का कोई कनेक्शन है? बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी का सख्त रुख. ब्राह्मण विधायकों की बैठक के बाद अब संगठन में अनुशासन को लेकर क्या है तैयारी?
ADVERTISEMENT
मिशन 2027- क्या बसपा और कांग्रेस आएंगे साथ?
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) इस समय अपनी राजनीतिक जमीन को फिर से हासिल करने की जद्दोजहद में है. इस बीच, कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडे के एक बयान ने सियासी पारा चढ़ा दिया है. उन्होंने संकेत दिया है कि अगर बसपा चाहे, तो इंडिया गठबंधन में उनका स्वागत है. जानकार मानते हैं कि 2027 में वजूद बचाने के लिए बसपा और कांग्रेस दोनों को एक-दूसरे की जरूरत पड़ सकती है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दलित और मुस्लिम वोट बैंक का समीकरण इन दोनों पार्टियों को फिर से मुख्य मुकाबले में ला सकता है.
हालांकि मायावती अक्सर अकेले चुनाव लड़ने की बात कहती हैं, लेकिन हाल के दिनों में कांग्रेस के प्रति उनका नरम रुख किसी बड़े बदलाव का इशारा हो सकता है.
दिल्ली में हलचल- पीएम मोदी और ब्रजेश पाठक की मुलाकात
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और वाराणसी के मेयर अशोक तिवारी ने दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. खास बात यह है कि यह मुलाकात 24 घंटे के भीतर दूसरी बार हुई. सरकारी तौर पर बताया गया कि यह मुलाकात वाराणसी में होने वाली नेशनल वॉलीबॉल चैंपियनशिप का निमंत्रण देने के लिए थी. राजनीति के जानकार इस मुलाकात को यूपी में चल रही 'ब्राह्मण पॉलिटिक्स' से जोड़कर देख रहे हैं. हाल ही में लखनऊ में हुई ब्राह्मण विधायकों की बैठक के बाद इस मुलाकात की टाइमिंग पर सवाल उठना लाजमी है. क्या केंद्र सरकार प्रदेश के ब्राह्मण नेताओं के असंतोष को शांत करने की कोशिश कर रही है?
बीजेपी में अनुशासन का हंटर, पंकज चौधरी की चेतावनी!
उत्तर प्रदेश बीजेपी में जातिवार बैठकों पर प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी ने कड़ा रुख अपनाया है. ब्राह्मण विधायकों के 'सहभोज' को उन्होंने पार्टी के संस्कारों के विपरीत और अनुशासनहीनता बताया है. पंकज चौधरी ने स्पष्ट कहा है कि भाजपा परिवार या वर्ग विशेष की राजनीति नहीं करती। भविष्य में ऐसी गतिविधियों को दोहराने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. बैठक में शामिल प्रमुख विधायक रत्नाकर मिश्रा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे अध्यक्ष के निर्देशों का सम्मान करते हैं और आगे से ऐसी बैठकें नहीं होंगी.
ADVERTISEMENT









