यूपी के ब्राह्मण विधायकों को किस बात का है असंतोष? 'कुटुंब मिलन' के पीछे की पूरी कहानी अब सामने आई

UP News: 'आज का यूपी' में देखें लखनऊ में ब्राह्मण विधायकों की बड़ी बैठक के पीछे का असली खेल, सपा विधायक मनोज पारस का जिन्ना साहब वाला बयान और यूपी की ब्यूरोक्रेसी पर सियासी घमासान.

कुमार अभिषेक

25 Dec 2025 (अपडेटेड: 25 Dec 2025, 10:54 AM)

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UP News: उत्तर प्रदेश की सियासत में जाति और जुबानी जंग का नया चैप्टर शुरू हो गया है. यूपी Tak के खास शो 'आज का यूपी' में तीन बड़ी खबरें राज्य की राजनीति में हलचल मचा रही हैं. पहली खबर, लखनऊ में हुई ब्राह्मण विधायकों की उस गोपनीय बैठक की है जिसने सत्ता के गलियारों में प्रेशर पॉलिटिक्स की नई चर्चा छेड़ दी है. दूसरी खबर समाजवादी पार्टी के विधायक मनोज पारस के सदन में दिए गए उस विवादित बयान की है जिसमें उन्होंने 'जिन्ना साहब' शब्द का प्रयोग किया. तीसरी खबर सरकार और ब्यूरोक्रेसी पर बढ़ते दबाव और विपक्ष के सम्मान वाले ऑफर की है. 

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ब्राह्मण विधायकों का सहभोज या शक्ति प्रदर्शन?

लखनऊ के बहुखंडी आवास पर बीजेपी विधायक पंचानन पाठक के घर करीब 40 ब्राह्मण विधायकों और एमएलसी का जमावड़ा लगा. आधिकारिक तौर पर इसे संस्कार और कुटुंब मिलन का नाम दिया गया, लेकिन सियासी गलियारों में इसे ठाकुर विधायकों की पिछली बैठक के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है. चर्चा है कि प्रदेश अध्यक्ष, मुख्य सचिव और गृह सचिव जैसे बड़े पदों पर ब्राह्मण चेहरों की कमी से इस वर्ग में असंतोष है. 

विधायक चाहते हैं कि आगामी मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन में उन्हें वह रुतबा मिले जिसके वे हकदार हैं. यह बैठक एक प्रेशर ग्रुप के तौर पर उभरी है ताकि पार्टी उन्हें टेकन फॉर ग्रांटेड न ले. 

सपा विधायक का जिन्ना साहब प्रेम और घुसपैठियों पर सॉफ्ट रुख

सदन के भीतर नगीना से सपा विधायक मनोज पारस के एक बयान ने नई बहस छेड़ दी है. अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर बोलते हुए मनोज पारस ने मोहम्मद अली जिन्ना को 'जिन्ना साहब' कहकर संबोधित किया. उन्होंने कहा कि जिन्ना साहब के बुलावे पर भी यहां के मुसलमान पाकिस्तान नहीं गए.

विधायक ने तर्क दिया कि जो 11 साल से यहां रह रहा है, उसे नागरिकता मिलनी चाहिए. बीजेपी ने इसे घुसपैठियों के प्रति सहानुभूति और जिन्ना प्रेम बताते हुए सपा को घेरा है. 

ब्यूरोक्रेसी बनाम विधायक, किसका चलेगा सिक्का?

ऐसा कहा जा रहा है कि यूपी में विधायकों की सुनवाई थानों और तहसीलों पर कम हो रही है. विधायकों की यह पीड़ा किसी एक जाति तक सीमित नहीं है. ब्यूरोक्रेसी का बढ़ता दखल नेताओं के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. सपा नेता शिवपाल यादव ने इस बैठक (ब्राह्मण विधायकों की बैठक) पर चुटकी लेते हुए कहा कि 'बीजेपी के लोग जातियों में बांटते हैं अगर ब्राह्मण समाज को अपमान महसूस हो रहा है तो वे सपा में आएं हम उन्हें उचित सम्मान देंगे.'

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