लोकसभा में तो थे ही शून्य अब राज्यसभा में होने जा रहा बसपा का ये हाल, मायावती की बढ़ी टेंशन! 

UP News: 'आज का यूपी' में देखें राज्यसभा चुनाव 2026 का समीकरण, कुलदीप सिंह सेंगर को कोर्ट से मिली बड़ी राहत और सुल्तानपुर के इनामी अपराधी सिराज अहमद के एनकाउंटर के बाद जनाजे में उमड़ा भारी जनसैलाब का विस्तार से विश्लेषण.

कुमार अभिषेक

24 Dec 2025 (अपडेटेड: 24 Dec 2025, 01:33 PM)

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UP News: उत्तर प्रदेश की सियासत और अपराध की दुनिया से जुड़ी हलचलों के बीच 'आज का यूपी' की तीन बड़ी खबरें फिर हाजिर हैं. पहली खबर राज्यसभा चुनाव को लेकर है जहां बसपा का भविष्य खतरे में नजर आ रहा है और उच्च सदन से मायावती की पार्टी की विदाई लगभग तय है. दूसरी खबर उन्नाव के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली हाई कोर्ट से मिली बड़ी राहत की है जिसने उनकी उम्रकैद की सजा को निलंबित कर दिया है. तीसरी खबर सुल्तानपुर के इनामी अपराधी सिराज अहमद के जनाजे में उमड़ी उस भारी भीड़ की है जिसने पुलिस और प्रशासन को हैरत में डाल दिया है. 

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बसपा की संसद से हो जाएगी विदाई! 

उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों पर अगले साल होने वाला चुनाव मायावती की बहुजन समाज पार्टी के लिए किसी 'वज्रपात' से कम नहीं है. राज्यसभा सांसद रामजी गौतम का कार्यकाल समाप्त होने के साथ ही संसद में बीएसपी की एकमात्र मौजूदगी खत्म हो जाएगी. यूपी विधानसभा में मात्र एक विधायक होने के कारण बीएसपी के पास अपना सदस्य भेजने की ताकत नहीं बची है. बता दें  कि लोकसभा में भी बसपा का एक भी सदस्य नहीं है. 

बीजेपी की बढ़त: बीजेपी अपने सहयोगियों (NDA) के साथ आसानी से 8 सीटें जीतती दिख रही है. 

सपा को फायदा: समाजवादी पार्टी को इस बार एक अतिरिक्त सीट का फायदा हो सकता है. रामगोपाल यादव का दोबारा जाना तय माना जा रहा है, जबकि दूसरी सीट पर अखिलेश यादव किसी दलित चेहरे को भेजकर मायावती के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर सकते हैं. 

कुलदीप सिंह सेंगर को राहत, क्या फिर शुरू होगी उन्नाव की सियासत?

उन्नाव के बहुचर्चित रेप कांड में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. अदालत ने सेंगर की सजा को फिलहाल निलंबित कर दिया है. हालांकि कोर्ट ने सख्त शर्तें रखी हैं. जैसे कि वे उन्नाव नहीं जा पाएंगे और उन्हें दिल्ली में ही रहना होगा. उन्हें पीड़िता के आवास से 5 किलोमीटर दूर रहना होगा और अपना पासपोर्ट जमा करना होगा.

क्या हैं इसके सियासी मायने?

सेंगर का परिवार और उनका प्रभाव उन्नाव में आज भी कायम है. इस राहत के बाद चर्चा शुरू हो गई है कि क्या सेंगर परदे के पीछे से दोबारा अपनी सियासी जमीन तैयार करेंगे.

इनामी अपराधी सिराज अहमद का जनाजा, भीड़ देख प्रशासन के उड़े होश!

सुल्तानपुर में एक अपराधी के जनाजे में उमड़ी हजारों की भीड़ ने पुलिस फाइलों और सामाजिक हकीकत के बीच एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. 

कौन था सिराज अहमद?

मुन्ना बजरंगी और मुख्तार अंसारी का करीबी रहा सिराज अहमद 1 लाख का इनामी था. उस पर मर्डर समेत 30 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। हाल ही में सहारनपुर में हुए एनकाउंटर में वह मारा गया. जब सिराज की मिट्टी सुल्तानपुर पहुंची तो वहां जनसैलाब उमड़ पड़ा. स्थानीय लोगों का कहना है कि उसने कोविड काल में लोगों की काफी मदद की थी. अपराधी और मसीहा के बीच के इस द्वंद्व और उमड़ी भीड़ ने प्रशासन को चौकन्ना कर दिया है.

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