कोडिन कफ सिरप कांड: माफियाओं से लेकर अखिलेश के सारे आरोपों पर CM योगी आदित्यनाथ का पहला रिएक्शन

UP News: कोडीन कफ सीरप कांड पर सीएम योगी आदित्यनाथ का अखिलेश यादव पर तीखा पलटवार. सपा चीफ को लेकर बोलते हुए सीएम योगी ने कहा- 'चेहरे पर धूल थी और आईना साफ करते रहे'. उन्होंने कहा कि सपा की माफिया संलिप्तता और अवैध लेन-देन की होगी जांच होगी.

Photo: CM Yogi

यूपी तक

• 01:03 PM • 19 Dec 2025

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UP News: कोडीन कफ सिरप कांड पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पहला रिएक्शन सामने आ गया है. इस मामले को लेकर आक्रामक रही समाजवादी पार्टी पर ही उल्टा सीएम योगी ने हमला कर दिया है. यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले पत्रकारों को संबोधित करते हुए शुक्रवार को सीएम योगी ने सपा चीफ अखिलेश यादव पर तीखा हमला किया. सपा चीफ को लेकर बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि 'यही कसूर मैं बार बार करता रहा, धूल चेहरे पर थी और आईना साफ करता रहा'. सीएम योगी ने कहा कि सपा चीफ की तस्वीर खुद माफियाओं के साथ है. इसका मतलब अवैध लेन-देन में भी संलिप्ता सामने आएगी.

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पत्रकारों से बातचीत में सीएम योगी बोले- "प्रारंभिक जांच में सामने आया है जिन अभियुक्तों को एसटीएफ या यूपी पुलिस द्वारा पकड़ा गया है, उनके सम्बंध समाजवादी पार्टी से सामने आए हैं. समाजवादी पार्टी जो पहले से कुख्यात है, इस पूरे मामले में उसकी संलिप्तता सामने आएगी."

उन्होंने आगे कहा, "इस पूरे मामले की जांच के लिए राज्यस्तरीय एसआईटी काम कर रही है. इसमें यूपी पुलिस, एफएसडीए से जुड़े अधिकारी मौजूद हैं. किन किन लोगों को इसमे धन गया है, ये सारी बातें जांच में आएंगी." सीएम योगी ने कहा कि जांच होने दीजिए दूध का दूध पानी का पानी सामने होगा.

यूपी में कैसे पता चला इस रैकेट के बारे में?

सोनभद्र जिले में अक्टूबर के महीने में एक ट्रक पकड़ा गया. इसमें चिप्स और नमकीन के पैकेट्स के नीचे छिपाकर कोडीन युक्त कफ सिरप की बोतलें भेजी जा रही थीं. खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफएसडीए) विभाग की सचिव रोशन जैकब के अनुसार यह कफ सिरप दवा नहीं बल्कि नशे के रूप में बेचा जा रहा था. इस मामले में अब तक 100 से जयदा FIR और 30 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पुलिस जांच में यह सामने आया कि इस नेटवर्क का मुख्य केंद्र वाराणसी था. और कफ सिरप की सप्लाई चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर और आजमगढ़ जैसे जिलों में फैली थी.

शुभम जायसवाल है मास्टरमाइंड!

एसटीएफ ने अमित सिंह 'टाटा' को पकड़ने के बाद बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह और शुभम जायसवाल के नाम लिए. आलोक सिंह को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा शुभम जायसवाल अभी भी फरार है. मगर उसके पिता की गिरफ्तारी हो चुकी है. 

अखिलेश इस मामले में सरकार पर हैं फायर

बीते दिनों सपा चीफ अखिलेश यादव ने एक खबर को शेयर की थी. इसमें औरैया में एक बच्चे की कथित तौर पर कफ सिरप पीने से हुई मौत का जिक्र था. इस लेकर अखिलेश यादव ने सरकार को निशाने पर लिया था. अखिलेश ने कहा था कि यूपी सरकार का बुलडोजर तैयार रहता है. मगर इस मामले में वो कहा है? उन्होंने कहा था, "गृह विभाग, औषधि प्रशासन और गोपनीय विभाग सभी मुख्यमंत्री के पास हैं, ऐसे में कार्रवाई में देरी चौंकाती है."

मामले में सामने आया जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह का नाम

मामले ने जब तूल पकड़ा तो इसमें जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह का नाम सामने आया. गिरफ्तार आरोपियों के धनंजय सिंह से संबंध बताए गए. हालांकि धनंजय सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से किनारा कर लिया है. बल्कि खुद धनंजय सिंह ने सरकार से इस मामले में जांच की बात कही है. 

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