अखिलेश यादव ने पीडीए में A को अब 'अच्छे अगड़े' कहा, सपा चीफ ने बताया कौन हैं इसमें शामिल

UP News: अखिलेश यादव ने PD-A में 'अच्छा अगड़ा' शब्द जोड़ा. सपा चीफ ने सरकार बनने पर हर साल 40000 रुपये महिलाओं को देने का वादा किया है. बीजेपी यूपी में जल्द घोषित कर सकती है नया प्रदेश अध्यक्ष. रेस में बीएल वर्मा का नाम सबसे आगे.

इंडिया टुडे के 'एजेंडा आज तक में अखिलेश यादव.

कुमार अभिषेक

11 Dec 2025 (अपडेटेड: 11 Dec 2025, 11:06 AM)

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UP News: यूपी Tak के खास शो 'आज का यूपी' से उत्तर प्रदेश की तीन बड़ी खबरें सामने आई हैं. इंडिया टुडे के 'एजेंडा आज तक' मंच से समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने चर्चित पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) समीकरण में बड़ा विस्तार करते हुए 'अच्छा अगड़ा' शब्द जोड़कर एक नया सियासी विमर्श छेड़ दिया. इन सबके बीच, लखनऊ के बीजेपी दफ्तर में हलचल तेज है. बीएल वर्मा सहित कई बड़े नामों के बीच पार्टी जल्द ही अपना नया प्रदेश अध्यक्ष घोषित करने जा रही है. 

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अखिलेश का नया सियासी विमर्श, पीडीए में अब 'अच्छा अगड़ा' भी शामिल

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 'एजेंडा आज तक' के मंच पर अपने चर्चित समीकरण पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक, आदिवासी, आधी आबादी) को एक नया आयाम दिया है. जब उनसे पीडीए का मतलब पूछा गया तो उन्होंने अल्पसंख्यक के अलावा 'अच्छे अगड़े' शब्द का भी प्रयोग किया.

अखिलेश यादव ने स्पष्ट किया कि 'अच्छे अगड़े' वह लोग हैं जो भेदभाव नहीं करते, जो प्रभुत्ववादी नहीं हैं और जो उनके मुख्यमंत्री निवास खाली करने के बाद उसे गंगाजल से धुलवाने जैसी मानसिकता नहीं रखते. इस नए क्लासिफिकेशन के जरिए अखिलेश यादव अगड़ों के उस वर्ग को अपनी तरफ खींचने की कोशिश कर रहे हैं जो बीजेपी से असंतुष्ट है. 

हर साल देंगे 40 हजार: अखिलेश यादव का बड़ा वादा

अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव में बीजेपी द्वारा 'जीविका दीदियों' को दिए गए 10000 रुपये के चुनावी लाभ से सबक लेते हुए अब उत्तर प्रदेश की महिलाओं को लुभाने के लिए एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने घोषणा की है कि अगर उनकी सरकार बनती है तो वे गरीब माताओं और बहनों को सालाना 40000 देने का काम करेंगे. यह घोषणा बीजेपी के 10000 के चुनावी वादे से चार गुना बड़ी लकीर खींचने का प्रयास है. 

अखिलेश यादव को लग रहा है कि 2024 में 'संविधान और आरक्षण बचाने' का मुद्दा भले चला, लेकिन 2027 में यह मुद्दा कमजोर पड़ सकता है. इसलिए उन्होंने महिलाओं के लिए प्रत्यक्ष आर्थिक लाभ की घोषणा करके 'आधी आबादी' के वोट बैंक को साधने की कोशिश की है. 

बीजेपी में नए प्रदेश अध्यक्ष पर हलचल तेज, बीएल वर्मा फ्रंट रनर

उत्तर प्रदेश बीजेपी के सियासी गलियारों में अगले प्रदेश अध्यक्ष के चयन को लेकर हलचल तेज हो गई है. बीजेपी संगठन द्वारा हाल ही में राज्य परिषद के सदस्यों के नामों का ऐलान और 84 नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद चुनाव के लिए संगठनात्मक कोरम पूरा कर लिया गया है. माना जा रहा है कि अगले दो-तीन दिनों में नए अध्यक्ष की घोषणा हो सकती है. 

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (जो बिहार में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव प्रभारी भी रहे हैं) जल्द ही लखनऊ आने वाले हैं, जिसके बाद अध्यक्ष पद का ऐलान होने की संभावना है. केंद्रीय राज्य मंत्री और राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा का नाम सबसे आगे चल रहा है. वह बदायूं के रहने वाले हैं और लोध बिरादरी (ओबीसी) से आते हैं जो बीजेपी का एक लॉयल वोट बैंक रहा है. स्वतंत्र देव सिंह (सीएम योगी की पसंद), साध्वी निरंजन ज्योति (मल्लाह बिरादरी से) और धर्मपाल सिंह (पशुधन मंत्री) भी रेस में हैं. लेकिन बीएल वर्मा की संगठनात्मक पकड़ और लोध समुदाय से आना उनके पक्ष में जाता है. 

यहां देखें वीडियो रिपोर्ट:

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