अखिलेश के लिए 'मैजिक' करने वाले दलित नेता अवधेश प्रसाद की वो कहानी जो अबतक आप नहीं जान पाए
अयोध्या (फैजाबाद) लोकसभा सीट पर बीजेपी को हराने वाले समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता अवधेश प्रसाद अक्सर चर्चा में बने रहत हैं. अवधेश प्रसाद का राजनीतिक सफर काफी दिलचस्प रहा है. उन्होंने लगातार 8 बार विधानसभा चुनाव जीते और 2024 में राम मंदिर निर्माण के बावजूद बीजेपी को हराकर सबसे बड़ी जीत हासिल की.
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Story of Awadhesh Prasad: अयोध्या के फैजाबाद लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी को हराकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा बटोरने वाले समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता अवधेश प्रसाद एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार उनकी चर्चा का कारण कोई चुनावी रिकॉर्ड नहीं बल्कि लोकसभा के भीतर का एक वायरल वीडियो है. हाल ही में जब अखिलेश यादव सदन में वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर बात करते हुए बीजेपी पर निशाना साध रहे थे तो दोनों तरफ से बयानबाजी शुरू हो गई. ऐसे में अखिलेश यादव ने बीजेपी नेताओं को चिढ़ाते हुए अवधेश प्रसाद को आगे खड़ा करते हुए कह दिया कि बस अब बैठ जाइए. इस दौरान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. ऐसे में जब सपा नेता इतनी चर्चा में हैं तो आइए जानते हैं कि आखिर अवधेश प्रसाद कौन हैं और उनका राजनीतिक सफर कैसा रहा है.
वकालत से राजनीति की शुरुआत
अवधेश प्रसाद एक गरीब किसान के परिवार से आते हैं. बीबीसी में छपी एक रिपोर्ट में अवधेश प्रसाद ने बताया कि वह 12वीं कक्षा के दौरान फीस माफी को लेकर किसी सांसद के पास गए थे. इस दौरान उन्हें बहुत अपमान से संबोधित किया गया. अवधेश प्रसाद को यह बात दिल में लग गई. अवधेश प्रसाद ने उसी दिन तय किया या तो वकील बनेंगे, सांसद बनेंगे, विधायक बनेंगे, गृह मंत्री बनेंगे और इससे नीचे कुछ भी नहीं. अवधेश प्रसाद की राजनीतिक यात्रा फैजाबाद में वकालत के पेशे से शुरू हुई. वकालत ने उन्हें समाज से जोड़ा और यहीं से उन्होंने समाजवादी विचारधारा को अपनाया. वह समाजवादी विचारधारा से जुड़े और जनता दल के साथ काम किया. उन्होंने 1974 में अपना पहला चुनाव लड़ा. हालांकि उसमें उन्हें हार मिली. इसके बाद 77 में फिर से चुनाव लड़े और जीत गए. फिर लग गया देश में आपातकाल. लेकिन आपातकाल के बाद 84 में जब अवधेश प्रसाद विधानसभा का चुनाव लड़े तो फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 1985, 1989, 1993, 1996, 2002, 2007, 2012 कुल मिलाकर एक-एक करके सारे विधानसभा चुनाव लगातार जीतते रहे.
हालांकि 2017 के चुनाव में अवधेश प्रसाद को एक बड़ा झटका लगा. अवधेश प्रसाद को झटका इसलिए लगा क्योंकि गोरखबाबा नाम के एक व्यक्ति उनकी सीट मिल्कीपुर जो सोहावल थी बाद में मिल्कीपुर हो गई आरक्षित सीट वहां से चुनावी मैदान में आ गए. हालांकि साल 2022 में एक बार फिर से अवधेश प्रसाद चुनाव लड़े और गोरखबाबा का हराकर जीत गए.
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ये बनी अवधेश प्रसाद की सबसे बड़ी जीत
अवधेश प्रसाद साल 2024 में विधानसभा से लोकसभा चुनाव में आए. उन्होंने बीजेपी के प्रभुत्व वाली अयोध्या (फैजाबाद) लोकसभा सीट से जीत हासिल कर सभी को चौंका दिया. बता दें कि पासी समुदाय से आने वाले अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के सेटिंग सांसद लल्लू सिंह को हरा दिया वो भी उस वक्त जब अयोध्या में बीजेपी राम मंदिर का निर्माण करा रही थी. अवधेश प्रसाद की इस जीत के बाद अखिलेश यादव उन्हें ट्रॉफी की तरह लेकर साथ चलते हैं. अवधेश प्रसाद पासी समुदाय से आते हैं और दलित वोटों की गोलबंदी ने 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का साथ दिया. 2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का साथ दिया और अब 2027 में भी यही दांव देखने को मिल सकता है.











