Lucknow News: उत्तर प्रदेश में मैनपुरी लोकसभा और रामपुर में विधानसभा का उपचुनाव होने वाला है. उपचुनाव का ऐलान होते ही सूबे का मौसम भी बदला नजर आ रहा है. समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाने वाली दोनों सीटों पर भाजपा सेंध लगाने को तैयार है तो दूसरी तरह सपा अपनी विरासत को बचाने के लिए कमर कसती हुई नजर आ रही है. वहीं सियासी गहमागहमी के इस दौर में लखनऊ में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से मिलने पहुंचे
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फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वो अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के बहुत करीबी थे. साथ ही कहा कि वो उन्हें सालों से जानते हैं. मैं उनके शोक सभा में शामिल नहीं हो पाये थे. इसलिए अभी आया हूं.
फारूक अब्दुल्ला पूछा गया कि क्या नई पीढ़ी में अखिलेश यादव जैसा कोई नेता थर्ड फ्रंट की अगुवाई कर सकता है. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ऑल पार्टी मीटिंग में इस बात पर चर्चा करेंगे. वहीं फारूक अब्दुल्ला और अखिलेश यादव की मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरण मेय नंदा ने बताया कि दोनों नेताओं की शिष्टाचार भेंट हुई है. भाजपा हिंदुस्तान में जिस तरह की राजनीति कर रही है उस पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं के बीच कशमीर के हालत पर भी चर्चा हुई है.
आगामी लोकसभा चुनाव में थर्ड फ्रंट की भूमिका के सवाल पर उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं के बीच तीसरे मोर्चे जैसी अभी कोई बात नहीं हुई है.
सपा प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश ही देश को बचा सकता है, अखिलेश यादव ही देश को बचा सकते हैं. उत्तर प्रदेश से भाजपा को हम लोग हटा देंगे. लोकसभा में ज्यादा से ज्यादा सीट जीत कर आएंगे. बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर थर्ड फ्रंट बनाने की बात चल रही है. बीते दिनों तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बिहार दौरे पर थे. इस बात के कई राजनीतिक मायने निकाले गए थे. गौरबतल है कि दिल्ली दौरे के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि थर्ड फ्रंट नहीं अब मेन फ्रंट बनेगा.
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