Meerut News: मेरठ पुलिस बीते दिनों खरखोदा थाना क्षेत्र के एक शिक्षक की बाइक में तमंचा रखना के आरोप में चर्चा में आई. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. अब एक बार फिर पुलिस पर बड़ा आरोप लगा है. दरसअल, किठौर थाना क्षेत्र के राधना के रहने वाले एक प्लंबर ने आरोप लगाया है कि रात में पुलिस ने उसके घर में दबिश दी और उसकी स्कूटी में तमंचा रख दिया. इसके बाद पुलिस वाले स्कूटी को लेकर थाने चले गए और फिर 50 हजार रुपये देने पर उसे छोड़ा गया. वहीं, इस मामले में पुलिस ने तमंचे को स्कूटी में रखने की बात का खंडन किया है.
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अब जानिए पूरा मामला
दरअसल, मेरठ के थाना किठौर के राधना गांव के रहने वाले प्लंबर फिरोज ने एसएसपी ऑफिस पहुंचकर आरोप लगाया कि बुधवार दोपहर को काम से लौटकर उसने स्कूटी अपने घर में खड़ी कर दी. रात में करीब 8:30 बजे तीन सिपाही उसके घर पहुंचे और स्कूटी चोरी की बताते हुए उसकी मां से चाबी ले ली.
फिरोज ने आरोप लगाया गया कि सिपाहियों ने जांच के बहाने स्कूटी के पायदान में तमंचा रखकर वीडियो बनाया. इसके बाद उसकी स्कूटी को तमंचे सहित थाने ले गए और उसे जेल भेजने की धमकी दी. आरोप है कि 50000 रुपये लेकर गुरुवार सुबह स्कूटी को छोड़ा गया. फिरोज ने एसएसपी ऑफिस पहुंचकर कुछ सीसीटीवी फुटेज भी मीडिया को दिए. इसमें पुलिस आती हुई दिख रही है और फिर स्कूटी ले जाते हुए भी दिख रही है. हालांकि तमंचा रखते हुए का कोई फुटेज अभी तक सामने नहीं आया है.
पुलिस ने ये बताया
वहीं, फिरोज के आरोप पर मेरठ के एसपी देहात कमलेश बहादुर का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. साथ ही अभी तक तमंचा रखने वाली कोई फुटेज सामने नहीं आया है. स्कूटी क्यों ले जाई और क्यों छोड़ी गई, इसकी जांच की जा रही है.
वहीं, इस मामले में शिकायतकर्ता फिरोज का कहना है कि एसएसपी से शिकायत करने के बाद उसके 50000 रुपये वापस मिल गए हैं. फिरोज के आरोप है कि पुलिस ने उससे कहा है कि उसे टांग में गोली मारकर जेल भेजेंगे.
वहीं, एक बार फिर इन आरोपों ने मेरठ पुलिस पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. हालिया लगे आरोपों की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई थी कि एक और ऐसा ही मामला सामने आने से पुलिस की फिर फजियत हो रही है.
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