अंतिम संस्कार करने दिल्ली से 126 KM दूर बृजघाट पहुंचे 4 दोस्त, आस-पास के लोगों ने शव से चादर हटाई तो रह गए सन्न

UP News: यूपी के हापुड़ से सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां 4 दोस्त शव लेकर श्मशान घाट आए. इस दौरान जब लोगों ने शव के ऊपर से चादर हटाया तो वह हैरान रह गए.

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देवेंद्र शर्मा

28 Nov 2025 (अपडेटेड: 28 Nov 2025, 09:15 AM)

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UP News: हापुड़ के बृजघाट गंगा घाट पर 4 लोग एक शव लेकर आए. उन्हें यहां श्मशान घाट पर शव का अंतिम संस्कार करना था. ये सभी हरियाणा नंबर की कार में सवार होकर शव लेकर आए थे. यहां आकर ये सभी बिना धार्मिक रीति रिवाजों का पालन किए बिना अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगे. ये देख वहां मौजूद लोगों को कुछ शक हुआ. जैसे ही एक शख्स ने शव के ऊपर से कपड़ा हटाया तो वह हैरान रह गया.

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बता दें कि वहां शव के तौर पर पुतला यानी डमी रखा हुुआ था. ये चारों नकली शव यानी डमी का अंतिम संस्कार करने यहां आए थे. इस दौरान मौके पर नगर पालिका कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने चारों लोगों को पकड़ने की कोशिश की, जिसमें से 2 लोग भाग निकले. मगर 2 को पकड़ लिया गया. मौके पर पहुंची पुलिस दोनों को अपने साथ ले गई.

फिर सामने आई पूरी कहानी

पुलिस दोनों युवकों को पकड़ा और पूछताछ के लिए थाने ले गई. शुरू में दोनों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की. मगर पुलिस ने फिर सख्ती दिखानी शुरू कर दी. इसके बाद दोनों युवकों ने पूरी सच्चाई बता दी. पूछताछ में सामने आया कि डमी यानी पुतले का अंतिम संस्कार करने दिल्ली का रहने वाला कमल सोमानी अपने दोस्त आशीष खुराना को लेकर आया था. इन्होंने अंशुल कुमार की मौत का बहाना बनाया था और उसके शव के तौर पर डमी का अंतिम संस्कार करने यहां आ गए थे.

वापस डमी को गाड़ी में रखते लोग.

50 लाख के लिए रची साजिश

पूछताछ में सामने आया कि कमल सोमानी के ऊपर 50 लाख का कर्ज था. वह ये कर्ज नहीं चुका पा रहा था. ये देखते हुए उसने साजिश रची. उसने अपनी दुकान पर काम करने वाले अंशुल कुमार का आधार कार्ड और पेनकार्ड लिया. उसने इसका गलत इस्तेमाल किया और 1 साल पहले अंशुल को बिना बताए उसका 50 लाख का बीमा करवा दिया. यहां तक की बीमा की किश्त भी वह समय-समय पर जमा करता रहा.

अब उसे बीमे की 50 लाख की रकम लेनी थी. मगर उसके लिए उसे अंशुल का मृत्यु प्रमाण पत्र चाहिए था. इसी के लिए उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर ये साजिश रची और डमी का अंतिम संस्कार करने यहां आ गए. बता दें कि इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.

प्रयागराज में रह रहा है अंशुल

इसी बीच पुलिस ने अंशुल से भी बात की है. अंशुल ने बताया है कि वह अपने परिवार के साथ प्रयागराज स्थित अपने घर पर है और पूरी तरह से स्वस्थ है.

पुलिस ने ये बताया

इस पूरे मामले को लेकर गढ़ सीओ स्तुति सिंह ने बताया, पूछताछ के दौरान ये सब सामने आया है. मामले में कार्रवाई की जा रही है.

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