हिंदू जातियों के नाम पर मुस्लिम चला रहे बैंड... मुरादाबाद में अब ये नया विवाद भड़क गया, मामला क्या है?

मुरादाबाद में मुस्लिम संचालकों द्वारा हिन्दू नामों से बैंड कंपनियां चलाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. एडवोकेट सीवी शर्मा ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

जगत गौतम

22 Aug 2025 (अपडेटेड: 22 Aug 2025, 05:59 PM)

follow google news

Moradabad News: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर में बैंड कंपनियों के नामों को लेकर नया बखेड़ा खड़ा हो गया है. आरोप है कि कई मुस्लिम संचालक अपनी बैंड कंपनियों को हिन्दू देवी-देवताओं के नाम से चला रहे हैं जिससे हिन्दू समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं. यह मामला तब सुर्खियों में आया जब एडवोकेट सीवी शर्मा ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर इसकी औपचारिक शिकायत दर्ज कराई. बता दें कि शिकायत के बाद प्रशासन हरकत में आया और पुलिस ने दोनों पक्षों को एसपी सिटी ऑफिस बुलाकर बयान लिए हैं. हालांकि, फिलहाल पुलिस इस मामले में सार्वजनिक रूप से कोई स्पष्ट बयान नहीं दे रही है.

यह भी पढ़ें...

मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज हुई शिकायत

शिकायतकर्ता एडवोकेट सीवी शर्मा ने मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल (IGRS) पर दर्ज शिकायत में कहा है कि शहर में कई बैंड कंपनियां जैसे "शर्मा बैंड", "कुमार बैंड" आदि हिंदू नामों से चलाई जा रही हैं जबकि इनके संचालक मुस्लिम समुदाय से हैं. उन्होंने विशेष रूप से कोर्ट परिसर स्थित शर्मा बैंड का उल्लेख किया, जिसका संचालन अकील अहमद द्वारा किया जा रहा है. इसे अलावा शिकायत में उन्होंने यह भी कहा कि बुद्धिविहार और आसपास के इलाकों में दर्जनों ऐसी बैंड कंपनियां हैं जो हिन्दू नामों का उपयोग कर रही हैं जिससे हिन्दू समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं.

कांवड़ रूट पर कार्रवाई का दिया हवाला

एडवोकेट सीवी शर्मा ने अपनी शिकायत में यह भी उल्लेख किया कि जैसे कांवड़ यात्रा के दौरान हिन्दू नाम पर होटल चलाने वाले अन्य समुदाय के लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी, उसी तरह यहां भी सख्त कदम उठाए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि यह मुद्दा केवल नाम का नहीं, बल्कि आस्था और धार्मिक पहचान का है.

प्रशासन ने शुरू की जांच 

शिकायत पर शासन स्तर से संज्ञान लेने के बाद पुलिस विभाग भी हरकत में आ गया है. एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों को बुलाकर बयान दर्ज किए गए हैं. साथ ही बैंड संचालकों को सलाह दी गई है कि वे अपनी कंपनियों के नाम पारदर्शिता के साथ रखें और कोई धार्मिक भ्रम न फैलाएं. हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक प्रेस बयान जारी नहीं किया है. लेकिन सूत्रों के मुताबि एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने ऑफ द रिकॉर्ड स्वीकार किया कि शिकायत आईजीआरएस पोर्टल से आई है और जांच जारी है. बता दें कि मीडिया पर मामला सामने आने के बाद बैंड संचालकों में हलचल है.

पूर्व सांसद एसटी हसन ने दी सख्त प्रतिक्रिया 

बैंड-बाजा को लेकर उठे विवाद पर मुरादाबाद पूर्व सांसद एसटी हसन ने सख्त प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की राजनीति ने ऐसा माहौल बना दिया है कि हर छोटी-सी बात में हिंदू-मुसलमान का रंग चढ़ जाता है. एसटी हसन ने कहा कि “अगर किसी ने अग्रवाल या गुप्ता नाम रख लिया और वह रोजी-रोटी कमाने के लिए बैंड-बाजा बजा रहा है तो इससे किसी के धर्म को ठेस नहीं पहुंचती. यह कोई खाने-पीने की चीज नहीं है और न ही किसी की आस्था से खिलवाड़. हां, हम इस बात के पक्ष में हैं कि असली नाम ही रखने चाहिए ताकि देवी-देवताओं के नाम का गलत इस्तेमाल न हो और किसी को धोखा न मिले. लोगों को साफ मालूम होना चाहिए कि बैंड वाला मुसलमान है या हिंदू.”

उन्होंने सियासी दलों पर भी निशाना साधा और कहा कि नेताओं को इतनी दूरियां पैदा नहीं करनी चाहिए कि लोग आपस में मिलना-जुलना ही भूल जाएं. मुरादाबाद सांसद ने प्रदेश की मौजूदा राजनीति को “निम्न स्तर” की बताते हुए कहा कि “आज सियासत इंसान को वहां ले आई है कि वह हिंदू और मुसलमान का नाम सुनना भी नहीं चाहता. कांवड़ यात्रा के दौरान ढाबों की चेकिंग और कामगारों की पेंट उतरवाकर जांच करवाना क्या तमाशा है? ऐसा लगता है मानो पूरी सियासत मुसलमानों के खिलाफ की जा रही है.” हसन ने अपील की कि राजनीति समाज को जोड़ने का काम करे, न कि लोगों के बीच दीवार खड़ी करने का. 

यह भी पढ़ें: मुरादाबाद मुंडापांडे ब्लॉक में तबाही मचा रही रामगंगा! बाढ़ के ये हालात सिहरा देंगे

    follow whatsapp