Kanpur Karoli Baba: कानपुर स्थित अपने आश्रम में नॉएडा के एक डॉक्टर की कथित तौर पर पिटाई करवाने के मामले में सुर्खियों में आए करौली बाबा अब एक के बाद एक नए दावे कर रहे हैं. आपको बता दें कि पिटाई के बाद डॉक्टर सिद्धार्थ ने बाबा के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था. अब इसी मामले को लेकर बाबा करौली ने एक बड़ा दावा किया है. बाबा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सपा शासनकाल के एक डीजीपी ने डॉक्टर को साजिश के तहत आश्रम भेजा था और पूर्व डीजीपी ने थाने में बैठकर रिपोर्ट लिखवाई थी.
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बाबा ने कहा, “सपा शासनकाल में रहे यूपी के एक डीजीपी ने साजिश के तहत डॉक्टर सिद्धार्थ को आश्रम भेजा था. पूर्व डीजीपी में थाने में बैठकर लिखवाई थी मेरे खिलाफ एफआईआर. सपा काल के कुछ IAS अधिकारियों ने भी की है साजिश. अखिलेश और मुलायम दोनो सरकारों में रहे हैं यह अधिकारी.”
यूपी तक से बातचीत में बाबा ने किए ये 5 बड़े दावे
- “भारत पाकिस्तान के रिश्ते सुलझा सकता हूं.”
- “मेरे आश्रम में आने वाले में से कोरोना से कोई नहीं मरा, दावा करता हूं.”
- “अतीक अहमद के शूटरों को भी ढूंढने में कर सकते हैं यूपी पुलिस की मदद. यहां आकर एक दिन करना होगा अनुष्ठान.”
- “यूक्रेन और रूस के बीच हो रहे युद्ध को रोक सकता हूं.”
- “मैं भूत काल को दिमाग से मिटा देता हूं, जिससे आदमी खुद ही ठीक हो जाता है. मैंने सिद्धियां प्राप्त की हैं.”
कौन हैं ये बाबा?
आपको बता दें कि जब ये बाबा किसान नेता थे, तब इनकी पहचान संतोष सिंह भदौरिया की थी. मगर पिछले कुछ सालों में इनकी पहचान करौली बाबा की हो गई है. ये बाबा रहने वाले तो उन्नाव के हैं, लेकिन गंगा पार कानपुर में एक ज़मीन पर आश्रम बनाकर बाबा बन गए. बाबा के दरबार में जाने के लिए भक्तों को 100 रुपये की पर्ची कटानी पड़ती है और विशेष पूजन के लिए विशेष दान करना पड़ता है.
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