कानपुर रोडवेज से माघ मेले के लिए चलेंगी 270 बसें और 50 शटल बसें, जानिए पूरी डिटेल

महाकुंभ 2025 की सफलता के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज में होने वाले माघ मेले के लिए कानपुर रोडवेज की 270 स्पेशल और 50 शटल बसों की व्यवस्था की है. बसें 24 घंटे चलेगी और श्रद्धालुओं से कोई अतिरिक्त मेला सरचार्ज नहीं लिया जाएगा.

यूपी तक

• 02:43 PM • 20 Dec 2025

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महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन के बाद योगी सरकार ने अब प्रयागराज में होने वाले ऐतिहासिक माघ मेले के लिए कमर कस ली है. कानपुर और आसपास के जिलों से संगम नगरी जाने वाले श्रद्धालुओं के सफर को आरामदायक बनाने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) के कानपुर रोडवेज को लेकर बड़ा फैसला लिया है. विभाग ने 270 स्पेशल बसों और 50 शटल बसों का बेड़ा तैयार किया है. ये माघ मेले के दौरान चौबीसों घंटे सड़कों पर दौड़ेंगी. सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि इस बार श्रद्धालुओं से कोई अतिरिक्त मेला सरचार्ज नहीं लिया जाएगा. यानी किराया सामान्य दिनों जैसा ही रहेगा.

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झकरकटी से हर 10 मिनट में बस, 24 घंटे सर्विस

कानपुर परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक महेश कुमार ने बताया कि बसों के संचालन का मुख्य केंद्र झकरकटी बस अड्डा होगा. यहां से प्रयागराज के लिए हर 5 से 10 मिनट के अंतराल पर बसें रवाना होंगी. यात्रियों की सुविधा के लिए संचालन की जिम्मेदारी अलग-अलग डिपो को सौंपी गई है. इसमें माती डिपो (कानपुर देहात), फतेहपुर और उन्नाव डिपो की बसों को भी प्रयागराज रूट पर लगाया गया है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके.

50 शटल बसें: बुजुर्गों और बच्चों को पैदल नहीं चलना पड़ेगा

महेश कुमार ने एक महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि लंबी दूरी की बसों के अलावा 50 विशेष शटल बसें भी चलाई जाएंगी. ये बसें प्रयागराज के बाहरी स्टैंड से श्रद्धालुओं को संगम क्षेत्र के निकटतम स्थानों तक छोड़ेंगी और वापस लाएंगे. इस व्यवस्था से बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को लंबी दूरी तक पैदल चलने की परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी. 

बसों पर लगेंगे 'मेला स्टीकर'

परिवहन विभाग ने कोहरे और ठंड को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. सभी बसों की कंडीशन की जांच की गई है. बसों में फॉग लैंप, हेडलाइट, विंडो कैचर और हॉर्न की दशा दुरुस्त की गई है. साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. श्रद्धालुओं को बस पहचानने में कोई भ्रम न हो, इसके लिए सभी बसों पर रूट के हिसाब से बड़े-बड़े 'मेला स्टीकर' लगाए जाएंगे, जिससे यात्री आसानी से अपने क्षेत्र की बस पहचान सकें.

इन प्रमुख स्नान पर्वों पर रहेगा विशेष फोकस

परिवहन विभाग ने 6 प्रमुख स्नान पर्वों के लिए खास रणनीति बनाई है. क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि मौनी अमावस्या पर यात्रियों का दबाव सबसे अधिक रहता है, इसलिए इस दिन अतिरिक्त सतर्कता बरती जाएगी.
मकर संक्रांति: 14 जनवरी
मौनी अमावस्या: 18 जनवरी (सर्वाधिक बसों के फेरे)
बसंत पंचमी: 23 जनवरी

रिजर्व बेड़ा और हेल्प डेस्क तैयार

भीड़ को संभालने के लिए झकरकटी बस अड्डे पर अतिरिक्त काउंटर और हेल्प डेस्क बनाए जा रहे हैं. अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी यात्री को बस के लिए 10-15 मिनट से ज्यादा इंतजार न करना पड़े. अगर कोई बस खराब होती है, तो तुरंत दूसरी बस भेजने के लिए एक रिजर्व बेड़ा भी तैयार रखा गया है. कानपुर रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक महेश कुमार ने कहा कि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देना हमारी प्राथमिकता है. 270 बसों का बेड़ा तैयार है और अधिकारियों को रूट पर चौबीसों घंटे निगरानी के निर्देश दिए गए हैं. हमारी टीमें ग्राउंड पर तैनात रहेंगी ताकि यात्रा निर्बाध रहे.

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