UP News: झांसी के गुरसराय नगर में 17 साल की लड़की की मौत अब सिर्फ एक संदिग्ध घटना नहीं बल्कि पूरे प्रशासन को कटघरे में खड़ा करने वाला मामला बनती जा रही है. पहले इसे आत्महत्या बताया गया. लेकिन पोस्टमॉर्टम के बाद सामने आए तथ्यों और परिजनों के सनसनीखेज आरोपों ने इस मौत को एक संभावित जघन्य अपराध में बदल दिया है. परिजनों का आरोप है कि उनकी लड़की के साथ पहले गैंगरेप किया गया फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई. सबूत मिटाकर वारदात को आत्महत्या का रूप देने की साजिश रची गई. आरोपों की गंभीरता देखते हुए अब पुलिस ने शव का दोबारा पोस्टमॉर्टम कराने का निर्णय लिया है.
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11 साल के भाई संग किराये के मकान में रहती थी लड़की
गुरसराय नगर में 26 दिसंबर की शाम उस समय हड़कंप मच गया था जब किराये के मकान में रह रही 17 साल की एक लड़की का शव कमरे की कुंडी से फांसी के फंदे पर लटका मिला. लड़की अपने 11 साल के छोटे भाई के साथ किराये के मकान में रहती थी. लड़की को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. यहां डॉक्टरों ने उसकी मौत की घोषणा कर दी. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया. शुरूआती जांच में पुलिस ने मामले को आत्महत्या बताया. लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद परिजनों ने इस दावे को सिरे से खारिज करते हुए हत्या और रेप के गंभीर आरोप लगाए.
26 दिसंबर की शाम 7 बजे लड़की के साथ क्या हुआ था?
मृतका के मामा ने गुरसराय थाने में लिखित शिकायत देकर बताया कि 26 दिसंबर की शाम करीब 7 बजे लड़की घर में अकेली थी. उसका छोटा भाई पड़ोस में जन्मदिन की पार्टी में गया हुआ था. आरोप है कि इसी दौरान अरमान अग्रवाल उर्फ छोटू और एस समाधिया समेत अन्य लोग कमरे में घुसे और लड़की के साथ गैंगरेप किया. दुपट्टे से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी गई. शिकायत में यह भी कहा गया है कि जब छोटा भाई घर लौटा तो उसने आरोपियों को बहन का गला दबाते हुए देखा. आरोपियों ने बच्चे को जान से मारने की धमकी दी और उससे कमरे का फर्श साफ करवाया ताकि कोई सबूत न बच सके.
घटना के बाद तत्काल एफआईआर दर्ज नहीं की गई: मामा
मृतका के मामा का दावा है कि पूरी घटना पूर्व नियोजित साजिश के तहत अंजाम दी गई. बाद में शव को फांसी पर लटकाकर आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई. उन्होंने पुलिस की भूमिका पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि घटना के बाद तत्काल एफआईआर दर्ज नहीं की गई और परिजनों के विरोध व प्रदर्शन के बाद अगले दिन तड़के करीब 4 बजे मामला दर्ज किया गया. परिजनों का यह भी आरोप है कि शुरुआती जांच में भारी लापरवाही बरती गई. पहले पोस्टमॉर्टम में डीएनए जांच नहीं कराई गई, जिससे सच्चाई सामने नहीं आ सकी. इसी वजह से अब शव को दोबारा पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है. परिवार को आशंका है कि लड़की के साथ गैंगरेप के बाद उसकी हत्या की गई है.
भाई ने बताया उसने क्या देखा था?
मृतका के छोटे भाई ने बताया कि वह बर्थडे पार्टी से लौटकर जब वह घर पहुंचा तो अंदर का गेट बंद था. गेट खुलवाने पर उसने देखा कि बहन अंदर पड़ी थी. उस समय वह जिंदा थी. भाई के अनुसार, दो युवक उस पर हमला कर रहे थे. एक युवक उसका गला दबाए हुए था, जबकि दूसरा उसके पैर पकड़े हुए था. लड़की चिल्ला रही थी. लेकिन आरोपी अपनी हरकत को छिपाने के लिए यह दिखावा कर रहे थे कि वे उसकी मदद कर रहे हैं और छाती दबा रहे हैं. कुछ देर बाद दोनों आरोपी मौके से बाहर चले गए और लगभग आधे घंटे बाद वापस लौटे. तब तक लड़की की मौत हो चुकी थी. भाई ने आरोपियों के नाम यश समाधिया और अरमान अग्रवाल उर्फ छोटू बताया है.
लड़की की मां और बाप ने कर ली थी अलग-अलग शादी
बताया गया है कि लड़की का पालन-पोषण बामौर में उसके नाना के यहां हुआ था. उसके पिता पंजाब में नौकरी करते हैं. पारिवारिक परिस्थितियों के चलते वह अपने छोटे भाई के साथ गुरसराय में रहकर पढ़ाई कर रही थी और पुलिस भर्ती की तैयारी कर रही थी. सूत्रों के अनुसार, कुछ साल पहले लड़की की मां ने अपने प्रेमी के साथ शादी कर ली थी. फिर पिता ने भी अन्य किसी महिला के साथ शादी कर ली. ये सब देख लड़की पहले से ही मानसिक दबाव में थी. लेकिन परिजन इसे आत्महत्या का कारण मानने से साफ इनकार कर रहे हैं. फिलहाल पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू से जांच की जा रही है. दोबारा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और डीएनए जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी.
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