Gorakhpur News: यूपी की गोरखपुर के माफियाओं और बदमाशों का साल 2022 भारी गुजरा है. गोरखपुर पुलिस ने गैंगस्टर के केस का शतक लगाने के साथ ही 400 बदमाशों पर गैंगस्टर की कार्रवाई का अनोखा रिकार्ड बनाया है. इस दौरान 33 गैंगस्टर में निरुद्ध माफियाओं की 2.67 अरब यानी 267 करोड़ रुपए की कुल संपत्ति कुर्क की गई है. इस दौरान 90 माफियाओं की हिस्ट्रीशीट खोली गई. तो वहीं 100 इनामी बदमाशों को गिरफ्तार और सरेंडर कराया गया. 125 से अधिक बदमाशों को आजीवन कारावास के अलावा अन्य छोटे अपराधों में 400 बदमाशों को सजा हुई है.
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यूपी के गोरखपुर में सर्वाधिक माफियाओं पर कार्रवाई की गई है. गैंगस्टर के 100 से अधिक केस में 400 बदमाशों को पाबंद किया गया. खोराबार थानाक्षेत्र के रहने वाले माफिया जवाहर यादव की 126.4 करोड़ की चल-अचल संपत्ति को 18 दिसंबर से 21 दिसंबर तक चली कार्रवाई में कुर्क किया गया.
पुलिस जवाहर यादव की 400 करोड़ की संपत्ति कुर्की की तैयारी में है. इसके पहले 9 नवंबर को छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले डाक्टर दंपत्ति फर्जी पैरामेडिकल कालेज चलाने वाले मेडिकल व शिक्षा माफ़िया डॉक्टर अभिषेक यादव, उसकी पत्नी डा. मनीषा यादव और उसकी बहन डा. पूनम यादव समेत कुल सात आरोपियों की की 103 करोड़ 5 लाख 422 रुपए की संपत्ति कुर्क की. पिपराइच के तुर्रा बाजार स्थित राज नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज के संचालक डॉ. अभिषेक यादव पर संयुक्त सचिव अनिल कुमार सिंह ने आठ जनवरी 2022 को कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया था.
शासन की सख्ती पर 16 सितंबर को कोतवाली थाना पुलिस ने डा. अभिषेक यादव, उसकी पत्नी डा. मनीषा यादव, शाहपुर के बशारतपुर में रहने वाली बहन डा. पूनम यादव, साथी शक्तिनगर निवासी डा. सी. प्रसाद उर्फ चौथी, बस्ती जिले के लालगंज, खोरिया निवासी शोभितानंद यादव, गुलरिहा थानाक्षेत्र के करमहा निवासी श्याम नारायण मौर्य और मोगलहा निवासी विशाल त्रिपाठी के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज किया. डा. अभिषेक पहले से ही लखनऊ जेल में बंद है.
स्मैक के गोरखधंधे में बीते 35 साल से आतंक का पर्याय बन चुकी किशुन कुमारी उर्फ पंडिताइन की 35 सालों अर्जित 13.52 करोड़ की अवैध संपत्ति को 14 अक्टूबर को पुलिस ने कुर्क कर दिया. मीर कालोनी में स्िथत उसका तीन मंजिला आवास, मेडिकल कालेज रोड पर नीलकंठ स्वीट्स के नाम से तीन मंजिला व्यवसायिक प्रतिष्ठान, हरिसेवकपुर में उसके परिवार के सदस्यों को उसने जो जमीन दिलाई है. उसे कुर्क किया गया. उसकी अनुमानित मार्केट वैल्यू 13 करोड़, 52 लाख 50 हजार रुपए रही है.
गैंगस्टर में निरुद्ध माफिया अखिलेश यादव उर्फ भोला की 3.5 करोड़ रुपए की अपराध से अर्जित संपत्ति को पुलिस ने 4 दिसंबर को कुर्क कर दिया. 10 अगस्त को इसकी रेलवे की जमीन पर किए गए कब्जे को भी पुलिस ने ध्वस्त किया था. 19 अगस्त को राकेश यादव की 65 लाख रुपए कीमत की लग्जरी चार पहिया वाहनों को पुलिस ने कुर्क किया. इसके पहले उसकी अवैध संपत्तियों को भी कुर्क करने की कार्रवाई की गई थी.
गोरखपुर के एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से माफियाओं के खिलाफ वृहद अभियान चलाया जा रहा है. गोरखपुर में वर्ष 2022 में अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कार्रवाई की गई है. पूरे साल में कुल 100 गैंगस्टर एक्ट के मुकदमें पंजीकृत किए गए हैं. इनमें 400 से भी अधिक बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत 267 करोड़ से भी अधिक की संपत्ति को जब्त किया गया है. 90 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है. 100 इनामी बदमाशों को गिरफ्तार और सरेंडर कराया गया है. 125 से अधिक बदमाशों को आजीवन कारावास की सजा हुई है. इसके अलावा अन्य प्रकार की सजा 400 से अधिक है.
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