Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है जहां बांग्लादेश की रहने वाली दो सगी बहनों समेत तीन महिलाओं ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय पासपोर्ट हासिल कर लिए और इनका उपयोग कर कई बार विदेश यात्राएं भी कीं. बता दें कि मामला बरेली के प्रेमनगर थाना क्षेत्र का है, जहां एसएसपी अनुराग आर्य द्वारा चलाए जा रहे अपराधियों के विरुद्ध अभियान के दौरान यह पूरा मामला सामने आया. पुलिस जांच में पाया गया कि इन महिलाओं ने पहले फर्जी आधार, वोटर कार्ड व अन्य पहचान पत्र बनवाए और फिर पासपोर्ट हासिल कर लिया.
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मुखबिर की सूचना से हुआ खुलासा
इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश पुलिस की सक्रियता और मुखबिर नेटवर्क के कारण हो सका. बताया जा रहा है इस गैंग का खुलासा कभी नहीं होता अगर एसएसपी अनुराग आर्या ने मोहल्ले मोहल्ले अपराधियों को तलाश करने का अभियान नहीं चलाया गया होता. प्रेमनगर इलाके में उसी अभियान के दौरान मुखबिर नेटवर्क को एक्टिव किया गया और एक मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने एक्शन लिया. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि इलाके में एक महिला संदिग्ध रूप से रह रही है. सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत क्षेत्र में पहुंचकर पूछताछ और जांच शुरू की.
बता दें कि पुलिस जांच में सामने आया कि इस मामले में बांग्लादेशी मूल की महिला मुनारा बी शामिल है जो स्वर्गीय मोहम्मद यासीन उर्फ कल्लू की पत्नी है. आपको बता दें कि मुनारा बी बांग्लादेश के जेस्सोर जिले के बैनापुलपोर्ट थाना क्षेत्र स्थित ग्राम शीकरी की रहने वाली है. वह अवैध तरीके से भारत में प्रवेश कर बरेली के मौलानगर स्थित बिलाल मस्जिद के पास रहने लगी थी. यहां रहते हुए उसने फर्जी दस्तावेजों के सहारे भारतीय पहचान पत्र बनवाए. इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर उसने 2011 में पहला भारतीय पासपोर्ट बनवाया. इसके बाद 2012 में अपनी बहन के नाम से दूसरा पासपोर्ट भी जारी करवा लिया, जिसमें फोटो उसकी खुद की थी, लेकिन नाम और पता बहन का इस्तेमाल किया गया था.
मुनारा बी ने की कई अंतरराष्ट्रीय यात्राएं
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इन पासपोर्टों के जरिए मुनारा बी ने बांग्लादेश, दुबई और कुवैत जैसे देशों की अनेक यात्राएं कीं. इसके बावजूद इमीग्रेशन विभाग या अन्य सुरक्षा एजेंसियों को कोई संदेह नहीं हुआ. जब इन पासपोर्टों की वैधता समाप्त हुई तो मुनारा ने कुवैत स्थित भारतीय दूतावास से तीसरा पासपोर्ट भी बनवा लिया.
बहनों ने भी अपनाया वही रास्ता
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि मुनारा बी की दो सगी बहनें, सायरा बानो और तसलीमा भी बांग्लादेश से अवैध तरीके से भारत आईं और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारतीय नागरिकता और पहचान पत्र हासिल कर लिए. तीनों बहनें बरेली के अलग-अलग इलाकों में निवास कर रही थीं और भारतीय नागरिकों की तरह जीवन यापन कर रही थीं.
कई धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
बरेली पुलिस ने इस मामले में मुनारा बी और उसकी दोनों बहनों के खिलाफ सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और इनके संपर्क में आए अन्य संदिग्धों की पहचान और दस्तावेजों की जांच भी की जा रही है.
विभागीय लापरवाही पर भी उठे सवाल
इस पूरे फर्जीवाड़े ने न सिर्फ पुलिस बल्कि एलआईयू (लोकल इंटेलिजेंस यूनिट) और पासपोर्ट वेरिफिकेशन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.
पासपोर्ट जारी होने से पहले स्थानीय थाने से लेकर खुफिया विभाग तक कई स्तर की जांच होती है, बावजूद इसके इस तरह के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर तीन पासपोर्ट जारी हो जाना प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाता है.
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