भोजपुरी फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता, म्यूजिक डायरेक्टर और सिंगर पवन सिंह इन दिनों विवादों के घेरे में हैं. एक तरफ वे लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं तो दूसरी तरफ उनकी पत्नी ज्योति सिंह ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. चार साल से चल रहे तलाक के मामले ने अब नया राजनीतिक रंग ले लिया है और सोशल मीडिया पर दोनों के बीच तकरार बढ़ती जा रही है. अब ज्योति सिंह ने धनंजय सिंह, ब्रिजेश सिंह, सुशील सिंह और ब्रजभूषण शरण सिंह जैसे नेताओं से अपनी शिकायतें भी जाहिर की हैं. इसपर अब बृजभूषण शरण सिंह का रिएक्शन भी सामने आ चुका है.
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विवाद की शुरुआत और तलाक के केस
पवन सिंह और ज्योति सिंह के बीच विवाद पिछले चार सालों से कोर्ट में चल रहा है. तलाक की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है. इस बीच लखनऊ में पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति के बीच की मुलाकात ने मामला और गर्मा दिया है. ज्योति सिंह अपने पति पवन सिंह से मिलने उनके लखनऊ स्थित आवास पर पहुंची थीं. इस दौरान ज्योति को वहां मौजूद सुरक्षा गॉर्ड ने बाहर रोक लिया जिसके बाद जमकर हंगामा देखने को मिला. इसके बाद पवन सिंह और ज्योति सिंह ने अलग-अलग वीडियो कॉन्फ्रेंस करते हुए एक दूसरे पर कई आरोप लगाए.
पूर्वांचल के नेताओं की प्रतिक्रिया
इस विवाद में पूर्वांचल के कुछ बड़े नेताओं का नाम भी सामने आया है. ज्योति सिंह ने धनंजय सिंह, ब्रिजेश सिंह, सुशील सिंह और बृजभूषण शरण सिंह जैसे नेताओं से अपनी शिकायतें भी जाहिर की हैं. हालांकि सुशील सिंह और बृजभूषण शरण सिंह ने इसे एक पारिवारिक विवाद बताया और कहा कि यह मामला कोर्ट में है जिसे कोर्ट के फैसले से सुलझाया जाना चाहिए. दोनों नेताओं ने सोशल मीडिया और मीडिया में इस तरह के विवादित बयानबाजी से दूर रहने की सलाह दी.
पवन सिंह की प्रेस कॉन्फ्रेंस और जवाब
ज्योति के आरोपों के जवाब में पवन सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि ज्योति सिंह विधायक चुनाव लड़ना चाहती हैं और इसके लिए बीजेपी के बड़े नेताओं से संपर्क भी कर रही हैं. उन्होंने बताया कि वे खुद अमित शाह, जेपी नड्डा, उपेंद्र कुशवाहा समेत कई नेताओं से मिल चुके हैं. पवन सिंह ने यह भी कहा कि ज्योति सिंह के पिता ने उनसे बेटी को विधायक बनाने की बात कही थी और अब वे इस मामले को राजनीतिक षड्यंत्र बता रहे हैं.
चुनाव और राजनीति में नया मोड़
पवन सिंह की राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी इस विवाद को और बढ़ा रही है. वे अब बीजेपी समर्थित गठबंधन के प्रचार में शामिल हो सकते हैं जबकि ज्योति सिंह के पक्ष में समाजवादी पार्टी के नेता उनका समर्थन करने को तैयार हैं. इस बीच, चुनाव के दौरान पवन सिंह के निर्दलीय लड़ने और बीजेपी से बगावत के समय ज्योति सिंह के साथ उनके रिश्ते में आए उतार-चढ़ाव ने इस विवाद को और जटिल बना दिया है.
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