UP News: उत्तर प्रदेश की योगी अदित्यनाथ सरकार ने दो दर्जन से भी अधिक आईपीएस अधिकारियों का ट्रांसफर किया है. कई जनपदों के पुलिस अधीक्षकों का ट्रांसफर हो गया है. मगर एक आईपीएस अधिकारी का ट्रांसफर काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. हम बात कर रहे हैं मिर्जापुर के एसपी और आईपीएस अधिकारी अभिनंदन की.
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पहले आपको बताते हैं कि आखिर मिर्जापुर के एसपी और तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी अभिनंदन कौन हैं?
अभिनंदन साल 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वह बिहार के रहने वाले हैं. उन्होंने मैकेनिकल से बीटेक किया है. अभिनंदन का जन्म बिहार में साल 1989 में हुआ था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वह पढ़ाई में काफी तेज थे. उन्होंने बीटेक किया और फिर वह आईपीएस की तैयारी में जुट गए. साल 2014 में वह आईपीएस अधिकारी भी बन गए. बता दें कि आईपीएस अभिनंदन की गितनी यूपी के तेज तर्रार आईपीएस अधिकारियों में की जाती है.
अब जानते हैं क्यों हो रही है आईपीएस अभिनंदन की चर्चा?
दरअसल समाजवादी पार्टी विधायक पल्लवी पटेल ने अपना दल(एस) नेता और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री (प्राविधिक शिक्षा मंत्री) आशीष पटेल के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. आरोप है कि मंत्रालय में पालटेक्निक संस्थाओं में हुए पदोन्नति में भ्रष्टाचार किया गया है.
आशीष पटेल ने लिया था मिर्जापुर एसपी अभिनंदन का नाम
बता दें कि इन आरोपों पर मंत्री आशीष पटेल का भी बयान आया था. मंत्री आशीष पटेल ने सोशल मीडिया में पोस्ट कर मिर्ज़ापुर पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन पर केन्द्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल को हरवाने की साजिस रचने का आरोप लगाया था.
मंत्री आशीष पटेल ने कहा था कि वर्तमान एसपी अभिनंदन सिंह पुलिस के स्पेशल टास्क फ़ोर्स प्रमुख की आपसी रिश्तेदारी किसी से छिपी नहीं है. सबको पता है कि लोकसभा चुनाव के दौरान पुलिस अधीक्षक अभिनंदन सिंह द्वारा मिर्जापुर में राजग प्रत्याशी अनुप्रिया पटेल जी को हराने के लिए क्या प्रयास नही किया गया ?"
25 घंटे के अंदर ही हो गया ट्रांसफर
बता दें कि जैसे ही मंत्री आशीष पटेल ने आरोप लगाते हुए आईपीएस अभिनंदन का नाम लिया, उसके 24 घंटे के अंदर ही मिर्ज़ापुर पुलिस अधीक्षक अभिनंदन का ट्रांसफर सरकार ने बस्ती जिले में कर दिया. अब वह बस्ती जिले के पुलिस अधीक्षक बन गए. माना जा रहा है कि ये ट्रांसफर मंत्री आशीष पटेल के दबाव में किया गया है.
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