UP News: प्रयागराज महाकुंभ में आए नागा साधु चर्चाओं में हैं. हर कोई इनकी रहस्यमयी दुनिया के बारे में अधिक से अधिक जानना चाहता है. इस बीच हमारे सहयोगी The Lallantop की टीम रात 3 बजे नागा साधु के टेंट में पहुंची. टीम ने नागा बाबा से निवेदन किया कि वह कैमरे के सामने बात करें. आखिरकार वह बात करने के लिए मान गए. इस दौरान नागा साधु के पास कुछ अन्य संन्यासी और कुछ विदेशी भी बैठे हुए थे.
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बता दें कि रात 3 बजे नागा साधु हवन कर रहे थे. उनके पूरे शरीर पर हवन की भस्म लगी हुई थी. नागा बाबा ने कहा कि उन्होंने 10 साल की उम्र में ही अपना घर छोड़ दिया था और अध्यात्म की राह पर आ गए थे. बाबा ने कहा कि वह 12 साल बैरागी रहे. फिर उन्हें नागा दीक्षा मिली. बाबा ने कहा कि उन्हें सिर्फ सत्संग और भजन में आनंद आता है. बता दें कि नागा बाबा के पास अमेरिका से आए जैक और क्रिस्टोफर भी थे
रात 3 बजे नागा बाबा के पास क्या कह रहे थे दोनों अमेरिकन?
बता दें कि अमेरिका से आए जैक और क्रिस्टोफर भी महाकुंभ में प्रयागराज आए हुए हैं. दोनों अमेरिका से आए हैं. जब The Lallantop की टीम नागा बाबा के टेंट में पहुंची तो जैक और क्रिस्टोफर भी वहां मौजूद थे. दरअसल क्रिस्टोफर और जैक आध्यात्मिक खोज के लिए महाकुंभ आए हैं.
क्रिस्टोफर और जैक ने कहा कि वह यहां शरण में आए हैं. उन्होंने खुद को यहां सरेंडर कर दिया है. वह काफी थके हुए हैं. मगर फिर भी यहां उन्हें अच्छा लग रहा है. वह आध्यात्मिक की खोज में हैं. दोनों ने कहा कि भगवान एक है और उनके कई सारे नाम हैं. यहां आकर उन्हें दिव्य अनुभव हो रहा है. यहां काफी दिव्यता है.
बता दें कि जैक और क्रिस्टोफर काफी देर से नागा बाबा के यहां बैठे हुए थे और सनातन धर्म के बारे में जान रहे थे. वह अपने सवाल पूछ रहे थे और नागा साधु समेत तमाम संन्यासी उनके सवालों का जवाब दे रहे थे. जैक ने तो भगवा वस्त्र पहन रखा था तो वहीं क्रिस्टोफर ने भी भारतीय परिधान में थे. दोनों के गले में सनातन धर्म की मालाएं थी. मगर दोनों ने सनातन धर्म नहीं अपनाया था.
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