जहरीले स्मॉग और कोहरे ने बिगाड़ा नोएडा, गाजियाबाद पूरे NCR का हाल... AQI के लेटेस्ट डेटा डराने वाले

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंच गया है. रविवार को दिल्ली का औसत AQI 461 दर्ज किया गया, जबकि नोएडा 470 और गाजियाबाद 460 पर था. घना स्मॉग और कोहरे ने विजिबिलिटी को कम कर दिया। बढ़ते प्रदूषण के कारण GRAP Stage-IV लागू किया गया.

यूपी तक

• 10:06 AM • 14 Dec 2025

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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु प्रदूषण का संकट भयावह स्तर पर पहुंच गया है. शनिवार को ही ‘गंभीर’ (Severe) श्रेणी में फिसलने के बाद रविवार को प्रदूषण की मोटी परत ने स्थिति को और बिगाड़ दिया. पूरे क्षेत्र में जहरीले स्मॉग और कोहरे के मिश्रण ने विजिबिलिटी को खतरनाक स्तर तक कम कर दिया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, रविवार की सुबह 7 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 461 पर पहुंच गया. ये शनिवार को 431 था. चिंताजनक बात यह है कि शहर के सभी 40 निगरानी स्टेशनों में रीडिंग 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई, जिसमें कई स्थान अधिकतम मापनीय सीमा के करीब पहुंच गए.  प्रदूषण का यह संकट केवल दिल्ली तक सीमित नहीं है, बल्कि एनसीआर के कई प्रमुख शहर भी खतरनाक स्तर पर प्रदूषित पाए गए हैं: 

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नोएडा: AQI 470 दर्ज किया गया, जो इसे स्पष्ट रूप से ‘गंभीर’ श्रेणी में रखता है.

गाजियाबाद: यहां भी वायु गुणवत्ता समान रूप से खतरनाक 460 दर्ज की गई.

गुरुग्राम: वायु गुणवत्ता 348 पर 'बहुत खराब' (Very Poor) बनी रही.

फरीदाबाद: यहां AQI 220 रहा, जिसे 'खराब' (Poor) श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है.

रोहिणी में AQI 499, बवाना में 498, विवेक विहार में 495 और अशोक विहार, वजीरपुर में 493 दर्ज किया गया. अपेक्षाकृत कम प्रदूषित माने जाने वाले लोधी रोड (400) और नजफगढ़ (404) जैसे क्षेत्र भी इस जहरीली हवा से बच नहीं पाए.

घना कोहरा और स्मॉग: दोहरी मार

प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति सुबह के शुरुआती घंटों में स्पष्ट रूप से दिखाई दी. घने स्मॉग और कोहरे के मिश्रण ने दिल्ली के बड़े हिस्सों को अपनी चपेट में ले लिया. कई इलाकों में विजिबिलिटी लगभग शून्य हो गई. इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI Airport) पर भी दृश्यता कम होने के कारण अधिकारियों को कम-विजिबिलिटी प्रक्रियाओं को सक्रिय करना पड़ा. हालांकि उड़ान जारी हैं, लेकिन अधिकारियों ने विजिबिलिटी की अस्थिर स्थितियों के कारण पायलटों को एहतियाती प्रोटोकॉल के तहत काम करने के निर्देश दिए. 

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भी दिल्ली के लिए घने कोहरे की चेतावनी जारी की थी. आईएमडी ने पूर्वानुमान लगाया था कि रविवार की सुबह आईजीआई एयरपोर्ट पर दृश्यता घने कोहरे के कारण 100 मीटर तक कम हो सकती है.

GRAP Stage-IV लागू: 5-पॉइंट इमरजेंसी प्लान

बढ़ते प्रदूषण के रुझान के बीच, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) की ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) उप-समिति ने शनिवार देर रात एक आपातकालीन बैठक की और तत्काल प्रभाव से पूरे एनसीआर में GRAP Stage-IV (Severe+) के तहत सभी कार्रवाइयाँ लागू करने का निर्णय लिया. वायु गुणवत्ता में इस अचानक गिरावट के लिए मौसम से जुड़ी वजहों को जिम्मेदार ठहराया गया है. उत्तर-पश्चिमी भारत के पास एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ, हवा की गति में तेज कमी और निचले वातावरण में नमी बढ़ने जैसे मौसमी कारक स्मॉग और कोहरे के निर्माण के लिए अनुकूल परिस्थितियां बना रहे हैं. 

GRAP Stage-IV के तहत लागू मुख्य आपातकालीन उपाय:

ट्रकों पर प्रतिबंध: दिल्ली में BS-IV डीजल ट्रकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, सिर्फ जरूरी चीजें ले जाने वाले ट्रकों को छूट है. LNG, CNG, इलेक्ट्रिक और BS-VI डीजल ट्रकों को अनुमति दी गई है.

भारी वाहन प्रतिबंध: दिल्ली-पंजीकृत डीजल-संचालित BS-IV और उससे नीचे के भारी मालवाहक वाहनों के परिचालन पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया गया है (आवश्यक सेवाओं को छोड़कर).

निर्माण कार्य बंद: राजमार्गों, सड़कों, फ्लाईओवर, बिजली ट्रांसमिशन लाइनों और पाइपलाइनों जैसी रैखिक सार्वजनिक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं सहित सभी निर्माण और विध्वंस (C&D) गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है.

खनन और पत्थर क्रशर: एनसीआर में पत्थर क्रशर, खनन संचालन और संबंधित गतिविधियों को भी बंद करने का आदेश दिया गया है.

स्कूलों में हाइब्रिड मोड: एनसीआर में कक्षा VI से IX और कक्षा XI के छात्रों के लिए कक्षाओं को हाइब्रिड मोड में संचालित करने का निर्देश दिया गया है. जहां संभव हो वहां शारीरिक और ऑनलाइन शिक्षा का संयोजन किया जाएगा.

CAQM ने एनसीआर के निवासियों से GRAP के तहत नागरिक चार्टर का सख्ती से पालन करने की अपील की है. बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन, हृदय या अन्य पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों को बाहर की गतिविधियों से बचने और जितना संभव हो घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है. अधिकारियों ने निवासियों को लंबे समय तक बाहर रहने से बचने, शारीरिक परिश्रम सीमित करने और वाहन उत्सर्जन को कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की सलाह दी है.

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