Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला ने खुद को गोली मारने का नाटक कर शहर के चर्चित मेयर डॉ. उमेश गौतम और उनके बेटे को फंसाने की साजिश रची. बरेली पुलिस ने इस फर्जीवाड़े का खुलासा कर इस मामले में महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि महिला ने पहले भी साल 2022 में मेयर के खिलाफ झूठे रेप के आरोप लगाए थे, जिसका मकसद चुनाव को प्रभावित करना था.
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मेयर को फंसाने की थी साजिश
थाना इज्जतनगर क्षेत्र की निवासी सोनू उर्फ शमोली कौशिक (45 वर्ष) ने मेयर डॉ. उमेश गौतम और उनके बेटे के खिलाफ बलात्कार और गोलीकांड की झूठी कहानी रची. उसने दावा किया कि 29 मार्च की रात जब वह दवा लेकर लौट रही थी, तब एक कार सवार गिरोह ने उसका अपहरण किया, बलात्कार किया और उसे गोली मारकर चलती कार से फेंक दिया. पुलिस को सूचना मिलते ही उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया और तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया.
फिर सामने आई सच्चाई
जांच में पुलिस को महिला की कहानी पर शक हुआ. मेडिकल रिपोर्ट में गोली की चोट को संदिग्ध बताया गया. इसके बाद CCTV फुटेज खंगाले गए, जिनमें न तो कोई काली कार दिखी और न ही महिला का अपहरण. बल्कि वह एक टेंपो से उतरती दिखाई दी. पूछताछ में महिला ने स्वीकार किया कि उसने यह पूरी कहानी खुद गढ़ी थी.
डॉक्टर और वार्ड बॉय की थी मिलीभगत
जांच में यह बात भी सामने आई कि महिला ने जिला अस्पताल के वार्ड बॉय रोहताश की मदद से शरीर में गोली प्लांट करने की योजना बनाई थी. रोहताश ने उसे एक बुलेट और दो खोखे मुहैया कराए. इसके बाद महिला ने शहर के झोलाछाप डॉक्टरों से संपर्क किया, लेकिन सबने मना कर दिया. अंत में, बारादरी क्षेत्र के हजियापुर निवासी डॉक्टर शराफत खां ने 2500 रुपये लेकर उसके शरीर में गोली प्लांट की. डॉक्टर ने पहले शरीर को सुन्न किया और फिर गोली अंदर डाल दी.
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2022 में भी रचा गया था षड्यंत्र
यह पहली बार नहीं है जब महिला ने मेयर के खिलाफ झूठे आरोप लगाए हों. 2022 के नगर निगम चुनाव के दौरान भी महिला ने डॉ. उमेश गौतम पर बलात्कार का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस जांच में वह मामला फर्जी पाया गया और महिला ने खुद अदालत में बयान बदलते हुए आरोपों से इनकार कर दिया था. उस मामले में भी महिला के खिलाफ धारा 182 और 211 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर न्यायालय में भेजी गई थी.
पुलिस ने बरामद किए सबूत
इस षड्यंत्र के खुलासे के बाद पुलिस ने कई अहम सबूत बरामद किए हैं:
- महिला के शरीर से प्लांट की गई 32 बोर की एक गोली
- एक खोखा कारतूस
- महिला के घटना के समय पहने हुए कपड़े
- घटनास्थल से मिली एक जोड़ी चप्पल
- पुलिस टीम ने किया खुलासा
- इस हाई प्रोफाइल मामले का खुलासा प्रभारी निरीक्षक अमित पांडे (थाना कोतवाली), एसओजी प्रभारी देवेंद्र सिंह धामा और उनकी टीम, व सुरेशचंद्र (थाना कोतवाली) ने किया.
पुलिस पर उठे ये सवाल
इस घटना ने बरेली के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. मेयर उमेश गौतम का राजनीतिक कद लगातार बढ़ रहा था, और यह भी कहा जा रहा है कि महिला की आड़ में कुछ और लोग पर्दे के पीछे से खेल रहे थे. पुलिस पर इस बात को लेकर भी सवाल उठे कि खुलासे के 24 घंटे बाद ही आरोपियों की फोटो और वीडियो सार्वजनिक किए गए.
अदालत में 25 अप्रैल को सुनवाई
इस पूरे मामले की अगली सुनवाई 25 अप्रैल को जिला न्यायालय में होगी, जहां महिला के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है.
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