इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की मेघालय में हुई हत्या के मामले में एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. अब इस हत्याकांड से जुड़े अंतिम पलों की सच्चाई भी सामने आ गई है. मेघालय पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस को 'ऑपरेशन हनीमून' नाम दिया था, क्योंकि हत्या एक हनीमून ट्रिप के दौरान रची गई थी. जांच में सामने आया है कि हत्या के महज कुछ मिनट पहले तक राजा की पत्नी सोनम हत्यारों के साथ थी और उन्हीं की मौजूदगी में राजा को मौत के घाट उतारा गया. आपको बता दें कि पति की हत्या की आरोपी सोनम को यूपी के गाजीपुर से अरेस्ट किया गया है.
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ऑपरेशन हनीमून: कैसे क्रैक हुआ केस?
मेघालय पुलिस ने इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए 20 अफसरों की एक कोर टीम बनाई थी और कुल 120 पुलिसकर्मी इस ऑपरेशन में लगाए गए. 7 जून को पुलिस ने एक साथ कई जगहों पर छापेमारी की और 42 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई. जांच के दौरान तीन मुख्य आरोपियों- राज कुशवाहा, विशाल चौहान और आकाश राजपूत के साथ सोनम की लगातार मौजूदगी देखी गई.
हत्या से ठीक पहले क्या हुआ?
पुलिस जांच में सामने आया है कि सोनम और तीनों आरोपी वारदात से करीब 10 किलोमीटर पहले एक साथ देखे गए थे. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सोनम ने ही उन्हें "हिट करो" यानी हमला करने का इशारा दिया था. राजा की हत्या सोनम की आंखों के सामने हुई. सभी आरोपी 21 मई को सोनम के पीछे-पीछे ही गुवाहाटी पहुंचे थे. 22 मई को सभी शिलॉन्ग आए और 23 मई को सोहरा (चेरापूंजी) इलाके में वारदात को अंजाम दिया गया.
हत्या के बाद सोनम की हरकतें और सोशल मीडिया पोस्ट
23 मई को सोनम गुवाहाटी से ट्रेन से इंदौर के लिए निकली और 25 मई को वहां पहुंची. इंदौर में वह अपने प्रेमी राज से मिली, जिसने उसे एक दिन के लिए किराए के कमरे में रुकवाया. इसके बाद एक ड्राइवर के जरिए सोनम को यूपी भेज दिया गया. सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि राजा की हत्या के बाद सोनम ने उसके सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट भी किया. 2:15 बजे यानी हत्या के तुरंत बाद उसने राजा के अकाउंट से लिखा, "सात जन्मों का साथ है". यही पोस्ट पुलिस को सबसे पहले संदेह के घेरे में लाया.
आरोपी ऐसे पकड़े गए
हत्या के बाद सोनम और सभी आरोपी अलग-अलग होटल में रुके, लेकिन लोकेशन और स्कूटी राइड के पैटर्न से पुलिस को उनका आपसी कनेक्शन समझ में आ गया. पुलिस को आकाश की शर्ट मौके पर खून से सनी हुई मिली, और सोनम द्वारा दिया गया रेनकोट 6 किलोमीटर दूर मिला. आनंद कुर्मी को जब पकड़ा गया, तब वह वही कपड़े पहने हुए था जो उसने हत्या के वक्त पहने थे. सभी आरोपी हत्या के बाद 11 किलोमीटर दूर जाकर मिले थे.
हत्या का मकसद क्या था?
पूरे मामले की जांच से यह साफ हो गया है कि सोनम ने शादी के महज 10 दिन बाद अपने पति राजा की हत्या की साजिश रची थी. उसका मकसद राजा को रास्ते से हटाकर अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ रहना था. सोनम का परिवार इंदौर के गोविंद नगर खर्चा इलाके में रहता है और वह घर के सनमाइका शीट्स के कारोबार को संभालती थी. राज कुशवाहा, जो कि सिर्फ 12वीं पास है, उसी के बिजनेस में एकाउंटेंट था. दोनों के बीच पहले से प्रेम संबंध थे.
पीटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, मेघालय पुलिस ने आनंद कुर्मी को सागर जिले से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर लिया है. बाकी तीन आरोपी, राज, विशाल और आकाश को पहले ही ट्रांजिट कस्टडी में लिया जा चुका है. पुलिस के अनुसार, इन चारों आरोपियों की उम्र 20 से 25 साल के बीच है और इनमें से किसी का भी आपराधिक रिकॉर्ड पहले नहीं था.
राजा की लाश कैसे मिली?
राजा रघुवंशी और सोनम 20 मई को हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए थे. लेकिन 23 मई को दोनों लापता हो गए. 2 जून को राजा का शव पूर्वी खासी हिल्स जिले के एक झरने के पास गहरी खाई में मिला. इस लोकेशन तक पहुंचने के लिए सीसीटीवी, मोबाइल लोकेशन और स्थानीय गवाहों की मदद ली गई.
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