Mukhtar Ansari: समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने गाजीपुर जाकर माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के परिवार से मुलाकात की है. अखिलेश ने करीब 1 घंटे तक अंसारी परिवार के सदस्यों से बात की और मुख्तार अंसारी की मौत पर शोक व्यक्त किया. उम्मीद तो ये भी थी कि अखिलेश यादव मुख्तार अंसारी को श्रद्धांजलि देने उसकी कब्र पर भी जाएंगे. मगर अखिलेश कब्र पर नहीं गए.
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इसी बीच अब माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने अपने पिता की मौत को लेकर कहा है कि उनके पिता मुख्तार अंसारी की मौत कैसे हुई? इसके सारे राज वक्त आने पर खुल जाएंगे. उमर ने ये भी कहा कि उनके पिता गरीबों-वंचितों के मसीहा थे. इस दौरान उमर ने अखिलेश यादव को लेकर भी बात की.
अखिलेश भैया ने हिम्मद दी- उमर अंसारी
मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा, अखिलेश भैया आए थे. उन्होंने हमारा बहुत हिम्मत और साहस बढ़ाया है. परिवार पूरा एक साथ है. मगर मां और भैया अब्बास अंसारी की कमी महसूस हो रही है. अखिलेश भैया ने यहां आकर बहुत हौसला दिया और हिम्मत दी है. इसका प्रभाव हम लोगों के सीने पर पड़ा है.
उमर अंसारी ने आगे कहा, मैं मुख्तार अंसारी का बेटा हूं, इसलिए मेरा रिश्ता उनसे अलग है. मगर मेरे पिता को लाखों लोग अपना मसीहा मानते थे. इस मौके पर अखिलेश भैया खुद यहां आए हैं. इससे हम लोगों की बहुत हिम्मत बढ़ी है.
20 साल बाद भी मौत का राज खुल जाएंगे- उमर अंसारी
इस दौरान उमर अंसारी ने एक बार फिर उनके पिता को जहर दिए जाने के आरोप लगाए. उमर ने कहा, इस मामले के सारे राज खुलेंगे. कुछ राज आज खुलेंगे तो कुछ कल खोले जाएंगे. अफजाल बाबा ने कहा ही है कि 20 साल बाद भी डीएनए से पता चल जाएगा कि मौत कैसे हुई. हमें फिलहाल कोर्ट से उम्मीद है. मगर हम मुख्यमंत्री से कुछ भी नहीं कहना चाहते.
सीएम योगी को लेकर ये बोले उमर अंसारी
मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने सीएम योगी को लेकर भी निशाना साधा. उन्होंने सीएम योगी को लेकर कहा, ‘जो उनके अपने हैं, चाहे वह माफिया बृजेश सिंह हो, माफिया त्रिभुवन सिंह हो, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी. कोई उनकी गाड़ी की तलाशी भी नहीं ले सकता है. टारगेट किया जा रहा है. टागरेट करके नुकसान पहुंचाया जा रहा है. ये राजनीति काफी खतरनाक है.
उमर ने ये भी कहा कि मुख्तार अंसारी के जनाजे ने ये साबित कर दिया है कि वह मसीहा थे. वह हर धर्म और जाति के लिए काम करते थे. हर धर्म के लोग उनके जनाजे में शामिल हुए. आज भी गरीब जनता उनकी कब्र पर जाकर उनके लिए दुआ कर रही है.
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