उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी में चल रहे मतदाता पुनरीक्षण अभियान (Special Intensive Revision - SIR) की समीक्षा की है. सीएम योगी ने आजमगढ़, वाराणसी और बरेली जैसे प्रमुख जनपदों में जनप्रतिनिधियों और पार्टी पदाधिकारियों के साथ सीधी बात कर SIR का डेटा साझा किया और इस कवायद में सक्रिय भागीदारी की बात कही, इन बैठकों में सीएम योगी ने जमीनी स्तर की चुनौतियों को समझने और यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि मतदाता सूची में किसी भी पात्र नागरिक का नाम छूटने न पाए, जबकि अपात्र नामों को हटाया जा सके.
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आजमगढ़ में लापता वोटर्स की संख्या पर विशेष चिंता
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक आजमगढ़ की समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने मिसिंग वोटर्स की ज्यादा संख्या को लेकर चिंता जताई है. सीएम ने एक विस्तृत डेटाबेस साझा करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि वे इस गंभीर मुद्दे को ठीक करने में जुट जाएं. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अरविंद राजभर भी इस बैठक में मौजूद थे. उन्होंने बताया कि सीएम ने बूथ स्तर तक पहुंचने और उन सभी वास्तविक मतदाताओं को शामिल करना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जिनके नाम सूची से गायब हैं. उन्होंने कहा कि फर्जी मतदाताओं को हटाना, जिले के बाहर रहने वाले वास्तविक मतदाताओं को जोड़ना और मृत मतदाताओं को सूची से हटाना बेहद जरूरी है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीनों जनपदों के जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं को इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए. सीएम योगी ने कहा कि कार्यकर्ता जनता के बीच जाकर यह सुनिश्चित करें कि मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया के दौरान प्रत्येक पात्र नागरिक का नाम सूची में शामिल हो सके. अपात्र नामों का समय पर परीक्षण किया जाए और आवश्यक सुधार कराया जाए. जनप्रतिनिधि मतदाता सूची पुनरीक्षण के महत्व को आसान भाषा में जनता तक पहुंचाएं और हर बूथ से कनेक्ट रहें. ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और बांसडीह विधायक केतकी सिंह भी इस समीक्षा बैठक में शामिल हुईं.
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