Bareilly Police AI Jarvis: हॉलीवुड फिल्मों में अक्सर देखा जाता है कि कैसे स्मार्ट रोबोट्स और वर्चुअल सिस्टम्स अपराध से लड़ने में पुलिस की मदद करते हैं. अब ऐसी ही टेक्नोलॉजी की झलक उत्तर प्रदेश के बरेली में देखने को मिल रही है. एडीजी जोन बरेली रमित शर्मा ने एक नई पहल करते हुए एआई आधारित वर्चुअल पुलिस पीआरओ विकसित किया है, जिसे 'जारविस' नाम दिया गया है. खास बात ये है कि इस वर्चुअल पीआरओ को सब-इंस्पेक्टर की रैंक भी दी गई है.
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जारविस: बरेली पुलिस का डिजिटल सब इंस्पेक्टर
'जारविस' को आयरन मैन फिल्म की तर्ज पर तैयार किया गया है और यह बरेली जोन पुलिस के आदेशों, निर्देशों और कार्यक्रमों की जानकारी जनता को देगा. यह भारत में पहली बार है जब पुलिस ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का इस तरह इस्तेमाल किया है. जारविस वीडियो और ऑडियो के माध्यम से लोगों को सीधे जागरूक करेगा, जैसे- “मैडम, आपने सीट बेल्ट नहीं लगाई है, कृपया लगाएं.” भविष्य में ये डिजिटल सब-इंस्पेक्टर चालान और जुर्माना भी जारी करेगा.
'परवाह' एक शब्द नहीं, एक जिम्मेदारी है
सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और ट्रैफिक नियमों के पालन को बढ़ावा देने के लिए ADG रमित शर्मा ने 'परवाह' नाम से एक विशेष जागरूकता अभियान भी शुरू किया है. इस कार्यक्रम के जरिए लोगों को बताया जा रहा है कि सड़क सुरक्षा सिर्फ एक कानून नहीं बल्कि एक सामाजिक जिम्मेदारी है. 'परवाह' प्रोग्राम के तहत हेलमेट पहनने, सीट बेल्ट लगाने और ट्रैफिक नियमों का पालन करने जैसे जरूरी संदेश लोगों तक वीडियो और सोशल मीडिया के माध्यम से पहुँचाए जा रहे हैं.
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सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जारविस
इस पहल की जानकारी बरेली जोन पुलिस की सोशल मीडिया टीम ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की. देखते ही देखते जारविस का वीडियो वायरल हो गया और हजारों लोग इस डिजिटल इनोवेशन से प्रभावित हुए. ADG बरेली जोन ने मुरादाबाद मंडल समेत सभी जिलों को निर्देशित किया है कि वे इस तकनीकी अभियान को पूरी सक्रियता से अपनाएं और सड़क सुरक्षा के प्रति जनता को जागरूक करें.
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