ऑपरेशन सिंदूर की स्टार व्योमिका सिंह की जाति पर ये क्या बोल गए रामगोपाल यादव! मचा बवाल

आशीष श्रीवास्तव

समाजवादी पार्टी के  राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने व्योमिका सिंह को लेकर ऐसा बयान दे दिया है जिसपर सियासी बवाल छिड़ गया है.

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Ramgopal Yadav
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भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद प्रेस ब्रीफिंग में सामने आईं विंग कमांडर कर्नल सोफिया और व्योमिका सिंह इस वक्त लगातार चर्चा में हैं. इस बीच समाजवादी पार्टी के  राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने व्योमिका सिंह को लेकर ऐसा बयान दे दिया है जिसपर सियासी बवाल छिड़ गया है. राम गोपाल ने व्योमिका की बात करते हुए जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल कर दिया है, जिसे आपत्तिजनक बताते हुए आलोचना की जा रही है. रामगोपाल यादव के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. उनकी इस टिप्पणी पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी रिएक्शन सामने आ गया है.

क्या कहा रामगोपाल यादव ने?

सपा नेता रामगोपाल यादव मुरादाबाद जिले के बिलारी विधानसभा में मुलायम सिंह यादव की याद में मूर्ति शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कर्नल सोफिया और  व्योमिका सिंह का जिक्र करते हुए कहा  'ऑपरेशन सिंदूर की ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी के साथ शामिल विंग कमांडर व्योमिका सिंह हरियाणा की जाटव हैं..., * हैं.  लेकिन भाजपा ने राजपूत समझकर व्योमिका के बारे में कुछ नहीं कहा. जबकि मुसलमान होने पर भाजपा के मंत्री ने कर्नल सोफिया कुरैशी को गाली दी. लेकिन जब पेपर में आ गया तो यह सोचने पर विवश हो गए.  जब मानसिकता खराब होती है तो लोग सेना की उपलब्धि की बजाय अपनी उपलब्धि बताने लगते हैं.'

प्रोफेसर रामगोपाल यहीं नहीं रुके.उन्होंने कहा 'ऑपरेशन सिंदूर में एयर ऑपरेशन को अंजाम देने वाले एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती यादव हैं. एक मुसलमान, दूसरा जाटव और तीसरा यादव...ये तीनों को PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के ही हैं. ये पूरा युद्ध तो PDA ने ही लड़ा. भाजपा किस आधार पर इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रही है.

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सीएम योगी ने क्या कहा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा 'सेना की वर्दी 'जातिवादी चश्मे' से नहीं देखी जाती है. भारतीय सेना का प्रत्येक सैनिक 'राष्ट्रधर्म' निभाता है, न कि किसी जाति या मजहब का प्रतिनिधि होता है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव द्वारा एक वीरांगना बेटी को जाति की परिधि में बांधना न केवल उनकी पार्टी की संकुचित सोच का प्रदर्शन है, बल्कि सेना के शौर्य और देश की अस्मिता का भी घोर अपमान है. यह वही मानसिकता है, जो तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति में राष्ट्रभक्ति तक को बांटने का दुस्साहस करती है. इस विकृत जातिवादी सोच को जनता फिर जवाब देगी.'

 

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