UP Ki Baat: गलतफहमी में न रहें नतमस्तक नहीं हूं... मुख्तार को याद कर भाई अफजाल ने ये किसे कर दिया चैलेंज?
गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी ने 'UP Ki Baat' में किए बड़े दावे. मुख्तार अंसारी की मौत, कृष्णानंद राय हत्याकांड, और पूर्वांचल की सियासत पर खुलकर बोले. जानें उनका नतमस्तक नहीं हूं वाला बयान किसे है चुनौती.
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उत्तर प्रदेश और खासकर पूर्वांचल की सियासत में गाजीपुर के अंसारी परिवार का दशकों से दबदबा बना हुआ है. बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की मौत के बाद ये दबदबा क्या बन रह पाएगा? समाजवादी पार्टी के बड़े नेता और गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी ने 2024 का लोकसभा चुनाव जीतकर ये साबित किया कि अंसारी परिवार का सियासी रसूख कायम है. यूपी Tak की स्पेशल पॉडकास्ट सीरीज UP Ki Baat में एग्जिक्यूटिव एडिटर कुमार अभिषेक ने अफजाल अंसारी से लंबी बातचीत की है. इस बातचीत में मुख्तार अंसारी को याद कर अफजाल अंसारी ने एक तरह से चुनौती देते हुए कहा है कि अगर कोई गलतफहमी में है, तो दूर कर ले क्योंकि वो किसी के सामने नतमस्तक नहीं हैं. अफजाल अंसारी ने पूरे अंसारी परिवार, मुख्तार अंसारी, बेटी नूरिया अंसारी, बृजेश सिंह, कृष्णानंद राय, सीएम योगी आदित्यनाथ और पूर्वांचल की सियासत के बारे में विस्तार से बात की है. अफज़ाल ने बताया कि जब मुख्तार अंसारी पर झूठे केस लगाए गए, तब खुद मुलायम सिंह यादव ने बात सुनकर निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया था. कृष्णानंद राय हत्याकांड, गाजीपुर-मऊ के गैंगवार से लेकर औद्योगिक विकास और जेल में मुख्तार की मौत तक, अफज़ाल अंसारी ने अपने हिस्से का पूरा सच बताया है.
इस खास पॉडकास्ट को यहां नीचे देखा जा सकता है
अफजाल अंसारी ने इस पॉडकास्ट में कहा है कि अंसारी परिवार हमेशा गरीब, कमजोर और दबे-कुचले वर्ग के लोगों की आवाज रहा है. बकौल अफजाल मुख्तार की दरियादिली, मदद और क्षेत्र में जन सेवा के किस्से आज भी क्षेत्र के लोग याद करते हैं. गाजीपुर, मऊ और आसपास के पूर्वांचल में आज भी अंसारी परिवार को गरीबों का संरक्षक माना जाता है. अफजाल अंसारी कहते हैं कि मुख्तार अंसारी के जाने के बाद इलाके के गरीब खुद को अनाथ मानते हैं, और अंतिम यात्रा में हर जाति-वर्ग के लोग शामिल हुए, यह बताकर अफज़ाल ने मुख्तार अंसारी की लोकप्रियता और क्षेत्रीय जनभावना की झलक दी.
राजनीतिक बदनामी और कानूनी लड़ाई
पॉडकास्ट में अफज़ाल ने विस्तार से बताया कि अंसारी परिवार पर हुए सभी मुकदमे दरअसल सत्ता के "राजनीतिक दुरुपयोग" और "फर्जी नैरेटिव" का परिणाम हैं. कृष्णानंद राय की हत्या, शत्रु संपत्ति, दंगा, जमीन कब्जा, सब पर कानूनी और तथ्यात्मक सफाई दी. अफजाल अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट, एसटीएफ जैसे एजेंसियों के क्लोजर रिपोर्ट का हवाला भी दिया.. जेल में मुख्तार की मौत पर एक बार फिर सवाल उठाते हुए अफजाल ने कहा कि जांच होगी तो असली सच सामने आएगा, पाप हमेशा छुपा नहीं रहता. अफज़ाल अंसारी ने साफ कहा, 'समय बदलेगा, जो वर्तमान सत्ता ने अन्याय किया है, उसका जवाब कानून देगा. अंसारी परिवार की सदियों पुरानी जमींदारी, किसान विरासत, सेवा और सियासत को मिटाना आसान नहीं.'











