UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान में एक बड़ा बयान दिया. यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि ‘सनातन धर्म भारत का राष्ट्रीय धर्म है, हम सभी अपने व्यक्तिगत स्वार्थों से ऊपर उठते हुए इस राष्ट्रीय धर्म के साथ जुड़ते हैं.’ आपको बता दें कि सीएम योगी के इसी बयान पर सियासी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई हैं. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर ने सीएम योगी के बयान पर अपनी राय व्यक्त की है. उन्होंने कहा,
“यह देश कई धर्मों का देश है. कोई सिख है, कोई ईसाई है, कोई हिंदू है, कोई इस्लाम को मानता है. सभी लोग अपने अपने धर्म को राष्ट्रीय धर्म मानते हैं. तो अब अगर मुख्यमंत्री जी भी सनातन को राष्ट्रीय धर्म बता रहे हैं तो क्या बुरा बता रहे हैं?”
ओम प्रकाश राजभर
राजभर ने कहा, “संविधान में सभी धर्मों को बराबर का अधिकार है. मुख्यमंत्री जी सनातन धर्म को मानते हैं, तो वह उनके लिए श्रेष्ठ है. जो इस्लाम को मानता है, तो इस्लाम उसके लिए श्रेष्ठ है. जो ईसाई धर्म को मानता है, ईसाई धर्म उसके लिए श्रेष्ठ है.”
बकौल राजभर, “राजनीति में जब आदमी जाता है तो क्या-क्या कह देता है और कहने से कुछ होने वाला नहीं है यह इतिहास है. उनके कहने से सनातन धर्म राष्ट्रीय धर्म नहीं हो जाएगा. उसके लिए बिल होगा, कानून सदन में पास होगा. हम कह दें तो हमारे कहने से हो जाएगा?”
स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा साधु संतों को ‘जल्लाद और आतंकी’ कहे जाने पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा, “स्वामी प्रसाद मौर्य को अब कोई पूछ नहीं रहा है. बसपा में मंत्री थे तब इनको न धर्म याद आया, न पिछड़ा, दलित याद आया. न चौपाई याद आई, न दोहा याद आया. जब सत्ता जाते देख लिया तो राम राम शरणम गच्छामि हो गए. राम की शरण में चले गए बेटी को सांसद बना लिया खुद मंत्री बन गए.”
मौर्य पर हमला बोलते हुए राजभर ने आगे कहा, “यह सत्ता के लोलुप लोग हैं. यह सत्ता के लिए लड़ते हैं. समाज के हक के लिए नहीं लड़ते. जब सदन में रहते हैं, पिछड़े दलित का हिस्सा लूटा जाता है और उनकी हकदारी मारी जाती है तो यह नहीं बोलते.10 महीने कोई नाम लेने वाला नहीं मिला तो अब चर्चा में बने रहने के लिए चिल्ला रहे हैं.”
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