वाराणसी: अस्पताल में मरीज की मौत, डॉक्टरों और परिजनों के बीच झड़प, जानिए पूरा मामला

ब्रिजेश कुमार

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Varanasi News: वाराणसी के एक जाने-माने अस्पताल में मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने हंगामा किया है. बताया जा रहा है कि अस्पताल में मरीज और डॉक्टर्स के बीच झड़प भी हुई है जिसके बाद अस्पताल के डॉक्टर्स और कर्मचारियों ने मामले की शिकायत पुलिस में की है. दोनों पक्ष एक बार फिर वाराणसी मुख्यालय स्थित एडिशनल कमिश्नर ऑफिस के बाहर आमने-सामने आ गए.

बता दें कि अस्पताल के डॉक्टर्स और कर्मचारी वाराणसी मुख्यालय स्थित एडिशनल कमिश्नर के पास अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे. उसी वक्त मृतक के परिजन भी वहां पहुंच गए. इस दौरान भी दोनों पक्षों के बीच जमकर बहस हुई.

इस पूरे मामले पर अस्पताल के कर्मचारियों ने मृतक के परिजनों पर मारपीट का आरोप लगाया है. डॉक्टर्स और कर्मचारियों की तरफ से मामले की शिकायत पुलिस में दी गई है. अस्पताल के कर्मचारियों का आरोप है कि शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने अभी तक मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है.

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तो वहीं इस मामले पर मृतक मरीज के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों द्वारा उनके मरीज का सही से इलाज नहीं किया गया. उनका कहना है कि वह अपने मरीज को पीजीआई में लेकर जाने वाले थे लेकिन अस्पताल के डॉक्टर्स द्वारा कहा गया कि मरीज ठीक हो जाएगा. इसी के साथ उन्होंने आरोप लगाया है कि अस्पताल कर्मचारियों ने उन्हें भ्रमित करके उनके हस्ताक्षर भी ले लिए हैं.

मृतक की पत्नी ने लगाए बड़े आरोप

मृतक की पत्नी ने डॉक्टर और नर्स पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि डॉक्टर्स और नर्स द्वारा  मेरे पति के गले के ऑपरेशन किए गए जिससे उनकी मौत हो गई. डॉक्टर रात में सो रहे थे और मरीज का ख्याल नहीं रख रहे थे. हम अपने पति को पीजीआई लेकर जाना चाहते थे लेकिन यहां के डॉक्टरों ने हमें मना किया उन्होंने कहा कि हम इनका ऑपरेशन करेंगे यह ठीक हो जाएंगे. इन लोगों के द्वारा मेरे पति के गले पर दो जगह ऑपरेशन किया गया. हमको न्याय चाहिए

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तो वहीं डॉक्टर का कहना है कि मरीज पहले किसी और अस्पताल में भर्ती थे. फिर वहां से हमारे अस्पताल में लेकर आए. इनके मुंह में पहले से नली लगी हुई थी, इनका किडनी फेलियर था और डायलिसिस भी हुआ. हम लोगों ने बहुत कोशिश की कि मरीज ठीक हो जाए. हम मरीज के परिजनों को हर एक बात की जानकारी देते रहे. 10 दिनों से मरीज का ब्रेन डेड था और हम लोग पूरी कोशिश कर रहे थे. डॉक्टर ने कहा कि अगर इस हाल में मरीज ठीक नहीं होता है तो अंत में सारा ठीकरा अस्पताल और डॉक्टरों पर फोड़ दिया जाता है. जिस आरोपी ने हमारे साथ मारपीट की है वह खुलेआम घूम रहा है.

“यहां मुख्यालय पर दोनों पक्ष के लोग आए थे. पहले से हमें पता था कि यहां गहमागहमी का माहौल होगा इसलिए प्रशासन यहां पर्याप्त मात्रा में था. हमने दोनों पक्षों को अलग-अलग कराया. दोनों पक्षों की बातें सुनी गई हैं. उन्होंने आगे बताया कि डॉक्टरों की तरफ से तहरीर दी गई है और केस दर्ज कर लिया गया है. दूसरी तरफ  मृतक मरीज के परिजनों की तरफ से भी शिकायत की गई है. उस पर भी कार्रवाई की जा रही है.”

एसीपी (कैंट) मनीष शांडिल्य ने बताया

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