झांसी ट्रेन में फूलचंद्र निषाद को आईं 5 हिचकियां और मर गए, बस्ती के घर में पिता का इंतजार कर रही थीं 5 बेटियां
UP News: फूलचंद्र निषाद मुंबई में काम करते थे. वह बस्ती स्थित अपने घर पर जा रहे थे. आखिर उनकी मौत कैसे हुई?
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UP News: मुंबई से अपने घर बस्ती के लिए हंसी-खुशी निकले 45 वर्षीय फूलचंद्र निषाद की सफर के दौरान मौत हो गई. जिस तरह से उनकी मौत ट्रेन के अंदर हुई, उससे सभी सकते में आ गए. अचानक ट्रेन में फूलचंद्र को 4-5 हिचकी आई और उनकी जान चली गई. यात्रियों की शिकायत पर झांसी रेलवे स्टेशन पर जीआरपी ने उसके शव को उतारा और कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए दिया. बता दें कि मृतक की 5 बेटियां थी.
5 बेटियों के पिता की मौत
मिली जानकारी के मुताबिक, मृतक का नाम 45 वर्षीय फूलचंद्र निषाद था. वह बस्ती जिले के रघुनाथपुर के रहने वाले थे. यात्रा कर रहे साथी बलराम के मुताबिक, फूलचंद्र मुंबई में लेवर इंचार्ज का काम करते थे. वह काफी खुश रहते थे. उनकी 5 बेटियां है.
बताया जा रहा है कि गांव में खेती का समय है. इसलिए वह और उसके साथी मुंबई से गांव आ रहे थे. सभी कुशीनगर एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार थे. ट्रेन अभी झांसी से लगभग 5 किमी पहले ही थी कि तभी अचानक फूलचंद्र को 4-5 हिचकी आई. आनन-फानन में उनको उनके साथियों ने लेटाया. मगर तभी उनकी मौत हो गई.
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यह देखकर कोच के यात्रियों ने झांसी रेलवे स्टेशन की जीआरपी टीम को घटना की सूचना दी. रेलवे डॉक्टर ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया. रेलवे पुलिस ने शव को कोच से उतारा और अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. शख्स की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. बता दें कि घर में उनकी पत्नी और 5 बेटियां उनका इंतजार कर रही थी. जैसे ही परिवार को फूलचंद्र की मौत की खबर मिली, परिजनों में कोहराम मच गया.
जीआरपी थाना प्रभारी रावेंद्र मिश्रा ने बताया, शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण साफ हो पाएगा.











