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बहराइच में सो रहे पति-पत्नी को चबाकर खा गया भेड़िया! आदमखोर का ऐसा आतंक देखा नहीं होगा

राम बरन चौधरी

उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़िए का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है. यहां मंझारा गांव के प्यारे पुरवा में बीती रात भेड़िये ने एक बुजुर्ग दंपति पर हमला कर उन्हें मार डाला.

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Wolf attack in Bahraich
Wolf attack in Bahraich
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उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़िए का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है. यहां मंझारा गांव के प्यारे पुरवा में बीती रात भेड़िये ने एक बुजुर्ग दंपति पर हमला कर उन्हें मार डाला. बुजुर्ग दंपत्ति की हमले के बाद की तस्वीरें भी सामने आई हैं जिसमें भेड़िए ने बुजुर्ग के हाथ-पैर जबा डाले हैं. बुजुर्ग के ऊपर भेड़िए ने ये हमला उस वक्त किया जब वो खेत के पास में बने  घर में सो रहे थे. इस घटना से इलाके में भारी तनाव फैल गया है. गुस्साए ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे वन विभाग के रेंजर को दौड़ा लिया और उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ की. ग्रामीण जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े हैं और शवों को पुलिस को सौंप ने से इनकार कर रहे हैं. तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.

घर में सोते हुए भेड़िए ने किया हमला

बहराइच में बीती रात आदमखोर भेड़िए ने गांव में खेत के पास बने अपने घर में सो रहे बुजुर्ग दंपत्ति के ऊपर हमला कर मार डाला और उनके हाथ पैर चबा लिया. सुबह जब परिजन उन्हें खाना खिलाने खेत पर पहुंचे तो बुजुर्ग दंपति का शव घर में पड़ा मिला. घटना स्थल पर मिले शव को देखने से साफ पता चलता है कि भेड़िए ने पहले गले पर वार करके उनकी जान ली है.  बाद में मृतक के हाथ पैर चबाए हैं. इस घटना की सूचना के बाद वहां भारी भीड़ जमा हो गई और लोगों ने वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए घटना की जानकारी लेने पहुंचे वन विभाग के रेंजर को दौड़ा लिया और उनकी गाड़ी में तोड़ फोड़ की. ग्रामीण मृतक दंपत्ति का शव पुलिस को सौंपने से पहले डीएम को बुलाने की मांग कर रहे हैं. 

अब तक छह लोगों की जा चुकी है जान

आदमखोर भेड़िए के हमले में आज हुई बुजुर्ग दंपत्ति की मौत के बाद मारने वालों का आंकड़ा छह पहुंच गया है. इससे पहले आदमखोर चार मासूम बच्चों को अपना शिकार बना चुका है. वहीं घायलों की संख्या भी सोलह से अधिक पहुंच चुकी है.

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दो दिन पहले वन विभाग को मिला था एक भेड़िए का शव

बीती 27 तारीख को गन्ने के खेत से वन विभाग के ड्रोन में एक भेड़िए का शव दिखाई पड़ा था जिसे वन विभाग ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. लेकिन तब लोगों को फौरी राहत मिली थी और लोगों ने अंदेशा जताया था कि शायद आदमखोर भेड़िए की मौत हो चुकी है और आगे हमले नहीं होंगे. लेकिन वन विभाग इस निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा था कि जिस भेड़िए का शव उन्हें मिला है वो वही आदमखोर है जो मासूमों को अपना शिकार बना रहा है. वहीं आज हुई घटना के बाद एक बार फिर आदमखोर का खौफ इलाके में लौट आया है.

बता दें कि सीएम योगी ने भेड़िए के आतंक को देखते हुए 25 सितंबर को गांव पहुंचकर हवाई सर्वे किया था. इस दौरान उन्हें भी दो जंगली जानवर घूमते हुए दिखाई पड़े.  अपने दौरे के दौरान सीएम योगी ने भेड़िए के हमले से बच्चों की जान गंवाने वाले परिजनों से मुलाकात कर उन्हें पांच लाख रुपए और घायलों को पचास हजार रुपए सहायता देने का ऐलान किया था. साथ ही लोगों को भेड़िए के भय से मुक्ति दिलाने का भरोसा दिलाया था. सीएम योगी ने वन विभाग को भेड़िए को हर हाल में पकड़ने का आदेशा दिया था. 

आदमखोर भेड़िए ने हमला करने के पैटर्न में किया बदलाव

ग्रामीणों की मानें तो आदमखोर भेड़िए के हमला करने के पैटर्न में भी बदलाव देखने को मिला है. पहले भेड़िया सिर्फ रात के अंधेरे में हमला करता था लेकिन अब आदमखोर ने दिन के उजाले में भी हमला करना शुरू कर दिया है.

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