कानपुर: गैंगस्टर विकास दुबे के 608 बोरी गेहूं-चावल हुए नीलाम, जानिए किसने लगाई ऊंची बोली

रंजय सिंह

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पुलिस मुठभेड़ में मारे गए कानपुर के गैंगस्टर विकास दुबे के घर की गेहूं-चावल की बोरियां सोमवार को सरेआम बोली लगाकर नीलाम कर दी गईं. आपको बता दें कि जिला प्रशासन ने बिल्हौर सभागार में सिर्फ 1.05 लाख रुपये में 608 बोरी गेहूं और 40 बोरी चावल नीलाम कर दिए.

रिपोर्ट्स के अनुसार, दो साल पहले इन गेहूं-चावल की बोरियों को खुद विकास दुबे ने अपने सामने बिकरू गांव के पंचायत भवन में रखवा कर ताला लगवाया था. विकास दुबे के परिवार के बाद गांव में प्रधानी की कुर्सी संभालने वालीं ग्राम प्रधान मधु ने गेहूं-चावल हटवाने के लिए डीएम नेहा शर्मा से अपील की थी. इसके बाद डीएम के निर्देश पर एडीएम (फाइनेंस) वीरेंद्र पांडेय ने सोमवार को बिल्हौर के सभागार में विकास दुबे के गेहूं-चावल की नीलामी करवाई.

विकास दुबे के समय जिस इलाके लोग उसके नाम से ‘डरते’ थे, उसी बिल्हौर इलाके में सोमवार को विकास दुबे के नीलाम होते गेहूं-चावल को खरीदने के लिए 9 व्यापारियों ने बोली लगाई थी. मगर विजय तिवारी नामक शख्स ने एक लाख पांच हजार रुपये की सबसे बड़ी बोली लगाकर विकास दुबे के गेहूं-चावल खरीद लिए.

जिला प्रशासन ने इसके साथ बिकरू समेत दस गांवों में फैली विकास दुबे की खेती को भी लाल झंडा लगाकर कुर्क कर दी. वहीं, प्रशासन ने विकास दुबे के घर में खड़ीं कारें, ट्रैक्टर समेत दस वाहन भी कुर्क करके चौबेपुर थाने में जमा करा दिए.

मामले में एडीएम (फाइनेंस) वीरेंद्र पांडेय का कहना है कि विकास दुबे की गेहूं-चावल की नीलामी के साथ उसकी दस गांवों की खेती और दस गाड़ियां कुर्क की गई हैं. इसके अलावा, कानपुर सिटी में भी उसकी पांच प्रॉपर्टी हैं, उन्हीं अब कुर्क किया जाएगा.

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