गूगल मैप्स ने सुपरटेक ट्विन टावर के गिरने के बाद की पिक्चर की अपडेट, देखें नई और पुरानी तस्वीरें
Noida Twin Tower News: 'भ्रष्टाचार के प्रतीक' नोएडा के ट्विन टावर को 28 अगस्त, 2022 को जब धराशाई किया गया था, तब इसने पूरे देश की सुर्खियों में जगह बटोरी थी.
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Noida Twin Tower News: 'भ्रष्टाचार के प्रतीक' नोएडा के ट्विन टावर को 28 अगस्त, 2022 को जब धराशाई किया गया था, तब इसने पूरे देश की सुर्खियों में जगह बटोरी थी. मालूम हो कि महज 12 सेकेंड के अंदर ही 3700 किलोग्राम बारूद ने इन दोनों इमारतों को ध्वस्त कर दिया था. बता दें कि ट्विन टावर को गिराने में करीब 20 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान लगाया गया था. वहीं, लोगों के मन में यह जिज्ञासा है कि जिस जगह ट्विन टावर मौजूद था, वहां गूगल मैप्स पर पहले और अब कैसी तस्वीर दिखती है. बता दें कि यूपी Tak ने पहले और मौजूदा वक्त की तस्वीरें खोज ली हैं, जिन्हें आप खबर में आगे देख सकते हैं.

ट्विन टावर गिराए जाने से हुआ था 500 करोड़ रुपये का नुकसान
रियल्टी फर्म सुपरटेक लिमिटेड के चेयरमैन आरके अरोड़ा ने बताया था कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद नोएडा स्थित ट्विन टॉवर इमारत को गिराए जाने से कंपनी को करीब 500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
उन्होंने कहा था, "हमारा कुल नुकसान करीब 500 करोड़ का हुआ है. इसमें इमारत के निर्माण और जमीन की खरीद पर आई लागत के अलावा नोएडा प्राधिकरण को तमाम मंजूरियों के लिए दिए गए शुल्क और बैंकों को कर्ज पर दिया गया ब्याज शामिल है. इसके अलावा हमें इन टावर में फ्लैट खरीदने वाले ग्राहकों को भी 12 प्रतिशत की दर से ब्याज देना पड़ा है."
आपको बता दें कि ये दोनों टावर नोएडा के सेक्टर 93ए में एक्सप्रेसवे पर स्थित सुपरटेक की एमराल्ड कोर्ट परियोजना का हिस्सा थे. इन टावर में बने 900 से अधिक फ्लैट की मौजूदा बाजार मूल्य के हिसाब से कीमत करीब 700 करोड़ रुपये थी.
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सुप्रीम कोर्ट ने क्या आदेश दिया था?
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने स्थापित मानकों का उल्लंघन कर इस 100 मीटर ऊंची आवासीय इमारत के निर्माण को गैरकानूनी बताते हुए इसे विस्फोटक का इस्तेमाल कर गिराए जाने का आदेश दिया था. उसी आदेश का पालन करते हुए इस इमारत के दोनों टावर विध्वंसक लगाकर महज कुछ सेकंड में धराशायी कर दिए गए.