RSS के गंगा सिंह ने जब बाबरी के पैरोकार इकबाल अंसारी को दिया राम मंदिर का न्योता तो ये हुआ
अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तैयारियों जोरों-शोरों पर चल रही हैं. 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से…
ADVERTISEMENT
अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तैयारियों जोरों-शोरों पर चल रही हैं. 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले राम मंदिर ट्र्स्ट की तरफ से बाबरी मस्जिद के मुख्य पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को निमंत्रण भेजा गया है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा निमंत्रण मिलने पर इकबाल अंसारी ने खुशी जाहिर की.
इकबाल अंसारी को निमंत्रण देने वाले आरएसएस के संपर्क प्रमुख अवध प्रांत गंगा सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘उन्होंने (इकबाल अंसारी) उत्साह और सम्मान के साथ कार्ड स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि वह प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने आएंगे और रामलला के दर्शन भी करेंगे.’
इकबाल अंसारी ने अयोध्या से ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”अयोध्या हमेशा से गंगा-जमुनी तहजीब (शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की संस्कृति) का प्रतीक रहा है. जो सद्भावना अयोध्या में है, वह मुझमें भी है. जो व्यक्ति मुझे निमंत्रण पत्र देने आया, मैंने उसका स्वागत किया.”
अंसारी ने याद दिलाया कि उन्हें पांच अगस्त 2020 को राम मंदिर के भूमिपूजन में शामिल होने का निमंत्रण भी मिला था और वह उस कार्यक्रम में शामिल भी हुए थे. 55 वर्षीय अंसारी ने बताया ‘जब नौ नवंबर, 2019 को शीर्ष अदालत ने अपना फैसला सुनाया तो पूरे देश के मुसलमानों ने इसका स्वागत किया. देश में कहीं भी कोई विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ और न ही कोई आंदोलन हुआ. ये सभी मुद्दे 9 नवंबर, 2019 को समाप्त हो गए हैं.’
अंसारी, जिनका परिवार पिछले 100 वर्षों से अयोध्या में रह रहा है, ने कहा कि अयोध्या में जो कुछ भी हो रहा है वह ऐतिहासिक है. उन्होंने कहा कि मंदिर शहर में विकास हो रहा है.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
इकबाल के पिता हाशिम अंसारी, जो भूमि विवाद मामले में सबसे उम्रदराज वादी थे, की 2016 में 95 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई, जिसके बाद इकबाल ने अदालत में मामले को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया.
(भाषा के इनपुट्स)
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT