लेटेस्ट न्यूज़

यदमुल्ला के बाद निरहुआ ने खेसारी को दिया अब नया नाम, भोजपुरी स्टार्स में नई भिड़ंत का ग्राउंड तैयार!

कुमार अभिषेक

भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार, पूर्व सांसद और बीजेपी के अब स्टार प्रचारक दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ पूरे बिहार चुनाव में लगातर चर्चा में बने रहे. इस बीच यूपी Tak ने दिनेश लाल यादव से खास बातचीत की है जिसमें उन्होंने निरहुआ को लेकर जमकर हमला बोला है.

ADVERTISEMENT

Nirahua personal attack on khesari
Nirahua personal attack on khesari
social share
google news

भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार, पूर्व सांसद और बीजेपी के अब स्टार प्रचारक दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ पूरे बिहार चुनाव में लगातर चर्चा में बने रहे. इस बीच यूपी Tak ने दिनेश लाल यादव से खास बातचीत की है जिसमें उन्होंने निरहुआ को लेकर जमकर हमला बोला है. दिनेश लाल यादव ने खेसारी को अपना नाम बदलकर अहंकारी लाल यादव करने की बात कह दी है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि खेसारी लाल यादव भरी सभा में गाली देते हैं. फिर फोन करके माफी मांग लेते हैं. इस खबर में आगे जानिए दिनेश लाल ने खेसारी से लेकर अपने करियर और आम्रपाली संग उनके रिश्ते को लेकर क्या कुछ कहा है.

बिहार चुनाव को लेकर निरहुआ ने क्या कहा

बिहार में एनडीए की प्रचंड जीत पर दिनेश लाल यादव ने कहा कि उन्होंने संख्या प्रेडिक्ट नहीं की थी. लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा था कि प्रचंड बहुमत के साथ जीत होगी. उन्होंने कहा कि वह ग्राउंड पर लगातार वहां की महिला वोटर्स के साथ संपर्क में थे. जिसमें महिलाओं का कहना था कि उन्हें फिर से जंगल राज नहीं चाहिए. निरहुआ के मुताबिक बिहार में आज भी जंगल राज एक बड़ा फैक्टर है. उन्होंने कहा कि जंगल राज के समय महिलाओं को घर से खींचकर ले जाया जाता था. गांव में कहीं भी बिजली नहीं थी, सड़के नहीं थीं. लेकिन जब एनडीए की सरकार बनी तो वहां रोड भी अच्छा बन गया. बिजली की भी सुविधा हो गई. कानून व्यवस्था भी अच्छी हो गई और अब वहां रोजगार भी लगेगा.

यूपी को लेकर क्या कहा

यूपी की बात करते हुए दिनेश लाल यादव ने कहा कि यहां कि कानून व्यवस्था इतनी अच्छी हो गई है कि भारत के किसी भी राज्य से ज्यादा फैक्ट्री के लिए रजिस्ट्रेशन यहां हो रहा है. क्योंकि लोगों को पता है कि यहां की कानून व्यवस्था अच्छी है. उन्होंने कहा कि लेकिन बिहार में अगर कोई फैक्ट्री लगाता था तो लोग फिरौती मांगने चले जाते थे. लेकिन आज वहां के हालात भी अच्छे हैं. बिहार की सड़के चमचमा रही हैं. बिजली की व्यवस्था अच्छी हो गई. इसके अलावा कई नई ट्रेनें भी बिहार से शुरू हो रही हैं. अब यहां फैक्ट्री भी लगनी शुरू हो जाएगी.

यह भी पढ़ें...

खेसारी पर बोला हमला

खेसारी लाल यादव के बिहार चुनाव के दौरान की बयानबाजी के बारे में निरहुआ से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी (खेसारी) आदत है बयानबाजी करना, विवाद में रहना और विवादित बयान देना ताकि वो चर्चा में रहे. दिनेश लाल यादव ने कहा कि खेसारी चाहता है कि उसकी बात होती रहे. दिनेश लाल यादव के कहा कि खेसारी ने छपरा से चुनाव लड़ा था. इस दौरान उन्होंने जनता से बड़े-बड़े वादे किए थे. लेकिन चुनाव हारते ही वह गायब हैं. जबकि मैं आजमगढ़ से चुनाव हारने के बाद भी यहां के लोगों के बीच रहकर उनके लिए काम करता हूं. दिनेश लाल यादव ने बताया कि उनके पास अगर किसी की शादी का कार्ड भी आता है तो वह उसमें शामिल होते हैं. इसके साथ ही उन्होंने आजमगढ़ में अपने विकास कार्यों को भी गिनाया.

दिनेश लाल यादव से खेसारी को यदुमुल्ला बोलने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अगर कृष्ण के वंश में पैदा होकर खेसारी लाल यादव ये बोलते हैं कि राम मंदिर की जगह हॉस्पिटल बनना चाहिए था तो फिर उसको मैं यदुमुल्ला ही कहूंगा. खेसारी को लेकर उन्होंने आगे कहा कि वो एक मौका परस्त आदमी हैं. जब खेसारी को मदद की जरूरत थी तो सबने उसकी मदद की जिसे उन्होंने कई बार स्वीकार भी किया है. लेकिन अचानक ऐसा क्या हो गया कि तुम सबको नीचा दिखाने लगे. निरहुआ ने कहा कि अगर वह राम मंदिर को लेकर विवादित बयान नहीं दिए होते तो विपक्ष होने के बाद भी हम लोग उनकी मदद करते और उनका साथ देते. लेकिन उन्होंने बेवजह राम मंदिर का जिक्र किया.

'खेसारी का नाम अहंकारी लाल यादव'

खेसारी को लेकर निरहुआ ने आगे कहा कि उनकी आदत है सभा में गाली देना. फिर फोन करके माफी मांग लेना. निरहुआ ने कहा कि अगर कोई आपको बाजार में जूता मारकर गली में माफी मांगता है तो ऐसे लोगों को बाजार में ही जूता मारना चाहिए. वहीं जब निरहुआ से पूछा गया कि क्या खेसारी भाजपा में कभी शामिल हो सकते हैं. इसपर उन्होंने कहा कि वह भाजपा के लायक ही नहीं हैं. उन्होंने कहा कि खेसारी की सोच घटिया है. उनकी मानसिकता राजद में ही सूट करता है. उन्होंने कहा कि वह सही जगह गया है कि वहां अपराधी पाले जाते थे. खेसारी को लेकर उन्होंने ये भी कहा कि वह अहंकार में जीता है. खेसारी को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान खेसारी ने एक डॉयलॉग मारा था कि 'अगर मैंने बिहार में सरकार नहीं बदल दिया तो मेरा नाम बदल देना.' ऐसे में अब मैंने उसका नाम बदलकर अहंकारी लाल यादव रख दिया है.

भोजपुरी इंडस्ट्री को लेकर निरहुआ ने क्या कहा

निरहुआ ने कहा कि भोजपुरी इंडस्ट्री में सबने अपना योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि जब भोजपुरी  सिनेमा पर एलिगेशन लगे कि यहां पारिवारिक फिल्म नहीं मसाला फिल्में ज्यादा बनती हैं. इसके बाद मैंने इसे ठीक करने की जिम्मेदारी ली कि मैं इसको अच्छा करूं. इसके बाद मैंने बड़े-बड़े राइटर को बुलाकर साफ सुथरी पारिवारिक फिल्में बनवाई. लेकिन अब इनसे (खेसारी) कोई पूछे कि इन्होंने इतनी फिल्में की भोजपुरी सिनेमा में लेकिन इन्होंने कितनी फिल्में बनाए. क्या योगदान दिए? योगदान उनका यही है कि जब इनको मौका मिला तो इन्होंने यह चुना कि अगर एल्बम में ज्यादा पैसा मिलता है, फिल्म में कम पैसा मिलता है तो एल्बम को प्रमोट करो. फिल्म में कौन 30 दिन देगा ये दो दिन में उतना पैसा कमा लेंगे.

कैसे हुई करियर की शुरुआत

भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार निरहुआ ने बताया कि उन्होंने बिरहा गायिकी से अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने बताया कि उनके पिता और बड़े भाई भी बिरहा गायक हैं. उनके घर में बिरहा का ही माहौल था. ऐसे में जब वह कोलकाता से पढ़ाई पूरी करने के बाद गांव आए तो उन्हें अपना करियर चुनना था. तब उन्होंने भी बिरहा गाना शुरु कर दिया. निरहुआ ने बताया कि यहां से उनके संघर्ष के दिन शुरु हुए. निरहुआ ने पुराने दिनों को याद करते हुए बताया कि वह 500 रुपये पर एक प्रोग्राम तय करके जाते थे. लेकिन कई बार ऐसा होता था कि उन्हें पैसे नहीं मिलते थे और उन्हें पैदल घर लौटना पड़ता था. लेकिन धीरे धीरे सफलता मिली लोगों का प्यार आशीर्वाद मिला. इस दौरान निरहुआ ने अपनी सफलता का का श्रेय मनोज तिवारी की 'ससुरा बड़ा पैसावाला' फिल्म को दिया.

आम्रपाली दूबे से साथ रिश्ते को लेकर क्या कहा

निरहुआ ने हर बार कि तरह इस बार भी आम्रपाली के साथ अपने रिश्ते को लेकर सफाई देते हुए कहा कि वह उनकी अच्छी दोस्त हैं. लेकिन लोग साथ में फिल्म और म्यूजिक वीडियो करते साथ में देखते हैं तो पत्नी समझ बैठते हैं. लेकिन जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने रामभद्राचार्य के सामने आम्रपाली को अर्धांगिनी बताकर मिलवाया था. इसपर निरहुआ ने कहा कि रामभद्राचार्य जी मेरे गुरु हैं. वह मेरे साथ हंसी मजाक भी करते हैं. उन्होंने जब मजाक करते हुए कहा कि आम्रपाली मेरी बहन है तो इसका जवाब देते हुए मैंने कह दिया कि ये मेरी 35 फिल्मों में अर्धांगिनी बनी हैं. इसलिए मैंने मजाक में आम्रपाली को अपनी अर्धांगिनी कगह दिया .

निरहुआ ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि वह शादी फंक्शन में अपनी पत्नी के मायके गए थे. वहां के लोगों की डिमांड थी कि निरहुआ एक साथ आम्रपाली भी शादी में शामिल हों. लेकिन जैसे ही ससुराल और गांव वालों ने आम्रपाली को देखा बने आम्रपाली भौजी जिंदाबाद का नारा लगाना शुरू कर दिया. निरहुआ ने कहा कि अब ससुराल के लोग ही ऐसा कर रहे हैं तो जनता के प्यार को क्या ही कहा जा सकता है.

यहां देखें पूरी वीडियो रिपोर्ट

ये भी पढ़ें: बाराबंकी के महादेवा महोत्सव में पहुंची अक्षरा सिंह, लाइव शो में उन्हें देखने के लिए खचाखच भरी रही भीड़

 

 

 

 

    follow whatsapp