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राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण: PM मोदी जिन 7000 से अधिक लोगों से करेंगे बात उनके बारे में डिटेल सामने आईं

कुमार अभिषेक

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या एक और ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनने के लिए पूरी तरह तैयार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 25 नवंबर को राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज स्थापित करेंगे और इस तरह पूर्ण राम मंदिर का अनावरण करेंगे.

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Ram Mandir
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मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या एक और ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनने के लिए पूरी तरह तैयार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 25 नवंबर को राम मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज स्थापित करेंगे और इस तरह पूर्ण राम मंदिर का अनावरण करेंगे. यह समारोह कई मायनों में ऐतिहासिक होगा क्योंकि पीएम न सिर्फ धर्म ध्वजारोहण करेंगे बल्कि वंचित और सर्व समाज के 7000 से अधिक विशिष्ट अतिथियों से बातचीत भी करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी का भव्य रोड शो होगा. उनकी सुरक्षा को देखते हुए पूरे रास्ते को 8 जोन में बांटा गया है. स्वयं सहायता समूह की महिलाएं पीएम मोदी की अगवानी करेंगी. आपको बता दें कि इस कार्यक्रम के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) चीफ मोहन भागवत 24 नवंबर को ही अयोध्या पहुंच रहे हैं.  

PM मोदी के अयोध्या दौरे की फुल डिटेल नीचे जानिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 25 नवंबर के अयोध्या कार्यक्रम की सिलसिलेवार जानकारी सामने आई है- 

1. साकेत महाविद्यालय तक हेलीकॉप्टर से आगमन
प्रधानमंत्री मोदी सीधे महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पहुंचेंगे और वहां से हेलीकॉप्टर के जरिए साकेत महाविद्यालय आएंगे. राम मंदिर तक का उनका सफर रोड शो के रूप में होगा.

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2. भव्य रोड शो और स्वागत
साकेत महाविद्यालय से राम जन्मभूमि तक प्रधानमंत्री का रोड शो होगा. सड़क के दोनों तरफ स्थानीय लोग, श्रद्धालु, स्कूली बच्चे और स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उनका स्वागत करेंगी. पूरे रास्ते भर विभिन्न समाज और बिरादरी के लोग उनका अभिनंदन करते नज़र आएंगे. अभी तक के तय कार्यक्रमों के अनुसार पीएम मोदी का कार्यक्रम सिर्फ राम मंदिर का है और हनुमानगढ़ी जाने की सूचना नहीं है.

3. मंदिर के शिखर पर धर्म ध्वज की स्थापना
रोड शो करते हुए प्रधानमंत्री सीधे राम मंदिर पहुंचेंगे. मंदिर के मुख्य शिखर पर उनके सामने ही धर्म ध्वजारोहण होगा और वह स्वयं धर्म ध्वज स्थापित करेंगे.  

ध्वाजारोहन के लिए 25 नवंबर की तारीख ही क्यों चुनी गई?

अयोध्या के साधु-संतों (दिवाकराचार्य, सीताराम दास, विष्णुदास) ने 25 नवंबर की तारीख के धार्मिक महत्व को विस्तार से बताया है. उनके मुताबिक 25 नवंबर को विवाह पंचमी तिथि है. त्रेता युग में भगवान राम और मां जानकी का विवाह इसी माघशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को हुआ था. इसे हिंदू पंचांग में सर्वाधिक शुभ विवाह तिथि माना जाता है. धर्म ध्वजा आरोहण की पूजा सुबह 11:45 AM से 12:29 PM के बीच अभिजीत मुहूर्त में होगी. मान्यता है कि भगवान राम का जन्म इसी अभिजीत मुहूर्त में हुआ था, इसलिए यह समय पूजा के लिए सर्वाधिक शुभ माना जाता है. 

मान्यता के मुताबिक भगवान राम का जन्म चैत्र माह की नवमी की तिथि पर मंगलवार था. त्रेता युग में भगवान राम और मां सीता का विवाह भी पंचमी तिथि पर मंगलवार के दिन हुआ था. हनुमान जी का जन्म भी मंगलवार के दिन हुआ था.

7000 से अधिक वंचित समाज के लोगों से संवाद

मंदिर के अनावरण के बाद पीएम मोदी वंचित और सर्व समाज के लोगों से संवाद करेंगे. इसमें पूर्वी यूपी के लगभग 7000 सर्व समाज के बड़े लोगों को आमंत्रित किया गया है. इनमें सबसे ज्यादा जोर अवध क्षेत्र के 13 जिलों के 1089 लोगों पर है. अपने समाज के मुखिया के तौर पर माने जाने वाले लोग इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.

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