बेटी रुचि गुप्ता की मौत पर इंसाफ मांग रहे थे दुखी परिजन, कन्नौज पुलिस ने लाठी ही बरसा दी

नीरज श्रीवास्तव

UP News: 15 साल की रुचि गुप्ता को बुखार आया. किसी को क्या पता था कि ये ही उसकी मौत का कारण बन जाएगा. जिस अस्पताल में उसके परिजन उसे दवाई दिलवाने गए थे, वहां ही उसकी मौत की कहानी लिख दी गई. जानिए आखिर रुचि के साथ हुआ क्या?

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UP News: कन्नौज की रुचि गुप्ता सिर्फ 15 साल की थी. हंसती-खेलती मासूम की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. परिजनों के सामने अस्पताल में मासूम ने दम तोड़ा है. परिवार का कहना है कि जो इंजेक्शन ड्रिप में लगना था, वह स्टाफ ने नस में लगा दिया. फिर डॉक्टर ने और इंजेक्शन लगाए, जिससे उसकी हालत खराब होती चली गई और उसकी मौत हो गई. अब परिवार इंसाफ की मांग कर रहा है. मगर कन्नौज पुलिस ने परिजनों पर ही लाठीचार्ज कर दिया है.

जानिए पूरा मामला

18 मई के दिन कन्नौज जिले के छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के बुद्धू कूंचा निवासी राजेश गुप्ता की 15  साल की बेटी रुचि गुप्ता को बुखार आ गया था. इसके बाद परिवार के लोग इलाज के लिए बेटी को नेशनल हाईवे के किनारे स्थित एक प्राइवेट अस्पताल कृष्ण अस्पताल में ले गए थे. डॉक्टर ने उसका इलाज किया तो हालत में सुधार हुआ. उसके बाद रुचि की हालत दोबारा बिगड़ गई. आरोप है कि स्टाफ नर्स ने दोबारा इंजेक्शन लगा दिया, जिससे फिर उसकी हालत बिगड़ने लगी. कुछ देर बाद बच्ची की मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने शव लाकर अस्पताल के अंदर रख दिया और गलत इलाज का आरोप लगाते हुए वहां हंगामा किया. थोड़ी ही देर में वहां लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. 

बता दें कि आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी और अस्पताल पर एक्शन को लेकर 18 मई को भी आक्रोशित भीड़ ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा था. पुलिस ने भीड़ को अस्पताल से बाहर निकाला था. आरोप है कि इस दौरान भी पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. फिर मौके पर अधिकारी पहुंच गए थे. उन्होंने परिवार और लोगों को आश्वासन दिया था कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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पुलिस ने इंसाफ मांग रहे लोगों पर किया लाठीचार्ज

मिली जानकारी के मुताबिक, आश्वासन के बावजूद पुलिस की तरफ से कोई पुख्ता करवाई न होते देख बिटिया के परिजनों के साथ लोगों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. उनकी मांग थी कि आरोपी डॉक्टर के साथ अस्पताल पर भी कार्रवाई की जाए. पहले 18 मई के दिन पुलिस ने लाठीचार्ज किया. फिर 19 मई की शाम भी लोग बेटी के लिए इंसाफ मांगने धरना प्रदर्शन करने लगे. उन्होंने 18 मई के दिन हुए लाठीचार्ज को लेकर भी प्रदर्शन किया और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इस दौरान भी पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. 

150 के खिलाफ पुलिस ने दर्ज किया केस

बता दें कि 18 और 19 मई को हुई किशोरी की मौत के मामले में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. छिबरामऊ कोतवाली में पुलिस की तरफ से 150 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इसमें 15 पुरुषों समेत 20 से 25 लड़कियों और महिलाओं के नाम भी दर्ज हैं. इसी के साथ 80 से 120 अज्ञात लोगों को शामिल किया गया है. पुलिस ने इन सभी पर 191, 191(2), 352, 324,126(2),121(1) बी एन एस के तहत मुकदमा दर्ज किया है.

आरोपियों के खिलाफ नहीं हुई कोई कार्रवाई!

बता दें कि पीड़ित परिवार की तरफ से मामले में केस दर्ज करवा दिया गया है. पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपी डॉक्टर और नर्स स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की जाए. इस घटना को लेकर कन्नौज के लोगों में भारी गुस्सा है. आपको ये भी बता दें कि पुलिस की तरफ से अस्पताल को सीज कर दिया गया है.

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राष्ट्रीय वैश्य स्वाभिमान संघ ने दी चेतावनी 

राष्ट्रीय वैश्य स्वाभिमान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया, पुलिस ने पीड़ित परिवार और लोगों पर ही लाठीचार्ज किया है. पुलिस के इसी रवैया से नाराज वैश्य समाज ने डीएम को राजपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने मांग की है कि युवती के परिवार को 50 लाख की सहायता दी जाए और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लिया जाए. 

पुलिस ने ये बताया

इस मामले को लेकर फोन पर बात करते हुए छिबरामऊ कोतवाली प्रभारी अजय अवस्थी ने बताया, 18 मई को ही अस्पताल प्रशासन और डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया था. अस्पताल सीज करने की भी कार्रवाई की गई है. डॉक्टर की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.

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