देश में पहली बार 40 मंजिला दो बड़े टॉवर को ध्वस्त किया जा रहा है. 28 अगस्त को अफ्रीकन कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग इन दोनों टॉवरों को गिरा देगी. दोनों टॉवरों में 10 हजार से ज्यादा छेद करके 4000 किलो बारूद भरा गया है. इसे भरने में 20 दिन से ज्यादा लग गए. दूर से ही दिखाई दे रहे 100 मीटर की ऊंचाई वाला अपेक्स और 97 मीटर की ऊंचाई का सियान 12 सेकेंड में धराशाई हो जाएंगे. खास बात ये है कि ये दोनों टॉवर दिल्ली के पर्यटन स्थल कुतुब मीनार (72.5 मीटर) से भी ऊंचे हैं. एटीएस गांव और सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के लगभग 5,000 निवासियों को विध्वंस के समय अपने घर खाली करने के लिए कहा गया है. अपेक्स में 32 फ्लोर हैं जबकि सियान में 31 फ्लोर हैं. दोनों को बनाने में 3 साल और 70 करोड़ रुपए की लागत आई थी. बिल्डिंग में कुल 915 अपार्टमेंट्स, 21 कॉमर्शियल शॉप, 2 बेसमेंट हैं. इस बिल्डिंग का एक अरब का इनश्योरेंश कवर है. 237 रुपए प्रति वर्गफीट के हिसाब से 20 करोड़ रुपए तोड़ने का खर्च है. सुपरटेक विध्वंस के लिए लगभग 4.5 करोड़ रुपये का भुगतान कर रहा है और शेष राशि मलबे को बेचकर बनाए जाने की उम्मीद है. सुपरटेक ने 70 करोड़ खर्च किए और घर खरीददारों से 180 करोड़ रुपये जुटाए थे. इसमें 633 फ्लैट बुक किए गए थे. यहां पढ़ें पूरी खबर…