सपने में उन्होंने देखा कि उनका मृतक पोता अक्षय अभी भी जिंदा है. जबकि उसकी मौत 3 दिन पहले ही हो चुकी थी.
दरअसल, बच्चे को उल्टियां हो रही थीं, जिसके बाद परिजनों ने उसे नजदीक के एक प्राइवेट अस्पताल में दिखाया, जहां डॉक्टर ने बताया कि मासूम की मौत हो चुकी है.
इसके बाद परिजनों ने बच्चे की डेड बॉडी को गांव के बाहर क्रीमेशन ग्राउंड में पूरे कर्मकांड कराने के बाद दफना दिया.
मगर 3 दिन बाद मृतक बच्चे की दादी को सपना आया कि उनका 3 वर्षीय मासूम पोता अभी भी जिंदा है, भले ही उसे दफना दिया गया है.
इसके बाद सुबह होते ही दादी ने पूरे सपने की जानकारी परिजनों को दी, जिसके बाद माता पिता और अन्य परिवारजनों को उम्मीद की किरण जग गई.
अंधविश्वास के चक्कर में मृतक बच्चे को फिर से पाने की आस में उसे कब्र ने निकालने की बात हुई.
इसके बाद मृतक बच्चे के शव को कब्र से निकलकर परिजन अस्पताल में ले गए. मगर डॉक्टरों बच्चे को मृत हो घोषित किया.