सऊदी अरब में रमजान पर नहीं बजेगा लाउडस्पीकर, बरेली के मौलाना बोले- हुकूमत अपना फैसला वापस ले

Bareilly News: सऊदी अरब की हुकूमत ने रमजान के महीने में लाउडस्पीकर पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है, जिसको लेकर मुस्लिम समाज में…

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Bareilly News: सऊदी अरब की हुकूमत ने रमजान के महीने में लाउडस्पीकर पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है, जिसको लेकर मुस्लिम समाज में नाराजगी है. दरअसल, सऊदी अरब में 98% आबादी मुस्लिम है. बावजूद इसके रमजान के महीने में लाउडस्पीकर पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है. इस संबंध में बरेली स्थित दरगाहा आला हजरत के प्रचारक मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सऊदी अरब की हुकूमत के इस फैसले को गलत बताया है.

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मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा, “सऊदी अरब की हुकूमत ने रमजान के महीने में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है. रमजान महीने मे कहीं भी शहरी और इफ्तार, लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।. यह फैसला सऊदी हुकूमत का गलत फैसला है.”

सऊदी की हुकूमत अपना फैसला वापस ले: रजवी

उन्होंने आगे कहा, “जहां स्पीकर का इस्तेमाल हो रहा है, वहां रोका नहीं जाना चाहिए और जहां लाऊड स्पीकर का इस्तेमाल नहीं हो रहा है वहां पर इसकी आवश्यकता नहीं है. अगर हिंदुस्तान की बात करें तो हिंदुस्तान एक जंबुरी मुल्क है. यहां हर तरीके से आजादी हासिल है. तमाम मजहब में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल हो रहा है और आजादी के साथ इस्तेमाल हो रहा है. सऊदी अरब में 98% मुस्लिम आबादी है. हिंदुस्तान में कहीं कोई किसी तरह की पाबंदी नहीं है. लाउडस्पीकर का इस्तेमाल होता है. कुछ समय पहले हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कम कर लिया गया है. उसकी आवाज को थोड़ा कम कर लिया गया है. यदि हुकूमत का कोई आदेश आता है तो उसका पालन करने के लिए लोग तैयार हो जाते हैं. यहां पर अभी तक कोई ऐसा आदेश नहीं आया है कि पाबंदी लगा दी गई हो. हमेशा की तरह इस साल भी रमजान शानदार तरीके से गुजरेगा. शानदार तरीके से लोग रोजा और इफ्तार करेंगे. सऊदी अरब की हुकूमत से पूरी दुनिया को मायूसी हुई है. गुजारिश है कि हुकूमत अपना फैसला वापस ले.”

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