UP News: उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने गाजीपुर में एक कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान चुनावी तैयारियों, मतदाता पुनरीक्षण अभियान (SIR) और विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के पीडीए (PDA) फॉर्मूले पर खुलकर बात की है. पंचायत या प्रधान चुनाव की संभावित तारीखों पर सीधा जवाब देने से बचते हुए राजभर ने संकेत दिया कि सरकार और चुनाव आयोग की प्राथमिकता इस वक्त मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध और अपडेट करने पर है. इसके लिए समय भी बढ़ाया गया है.
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हालांकि राजभर ने इतना जरूर कहा कि पंचायत चुनाव को लेकर सरकार की पूरी तैयारी है. वोटर लिस्ट कंप्लीट हो गई है. मतपत्र छप रहे हैं. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव समय से ही करा लिए जाएंगे. आपको बता दें कि यूपी में पिछले पंचायत चुनाव अप्रैल 2021 में हुए थे. चार चरण में हुए इस चुनाव के लिए वोटों की गिनती 2 मई 2021 को हुई थी और उसी दिन नतीजों का ऐलान किया गया था. ओम प्रकाश राजभर ने पंचायत चुनावों के संदर्भ में ये भी स्पष्ट किया है कि उनकी पार्टी इस चुनाव को सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए के साथ नहीं लड़ेगी. राजभर पंचायत चुनावों में अकेले ही उतरेंगे.
ओम प्रकाश राजभर से हुई इस पूरी बातचीत को यहां नीचे देखा जा सकता है.
ओम प्रकाश राजभर ने बताया कि उनका कार्यक्रम चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे एसआईआर (SIR) यानी मतदाता पुनरीक्षण अभियान को लेकर विधानसभा की बैठक से संबंधित था. उन्होंने कहा कि करीब 32 जिले ऐसे हैं जिन्होंने मतदाता पुनरीक्षण का काम 100 प्रतिशत पूरा कर लिया है. बाकी जिलों का हाल 87, 88, 89, 90, 92 प्रतिशत के रेशियो में है. इंटरव्यू के दौरान जब राजभर से विपक्षी गठबंधन के पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले के असर के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया और पलटवार किया. राजभर ने दावा किया कि असली और मजबूत पीडीए तो सत्ता पक्ष के पास है. राजभर ने तंज कसते हुए कहा कि हम हों या आपके संजय निषाद जी हों, अनुप्रिया पटेल जी हों, दारा चौहान जी हों, सारा मजबूत पीडीए तो इधर है.
650 करोड़ के घोटाले के आरोपों पर क्या बोले राजभर?
पंचायती राज विभाग में एक आरटीआई कार्यकर्ता सुनील कुमार मिश्रा द्वारा लगाए गए साढ़े छह सौ करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कैबिनेट मंत्री राजभर ने इसे सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि ये आरोप लगाना एक अलग बात है. उन्होंने फंड फ्लो की प्रक्रिया समझाते हुए बताया कि विभाग में पैसा सीधे ट्रांसफर होता है. पैसा भारत सरकार के खाते से प्रदेश सरकार के खाते में और वहां से सीधे 57691 गांव प्रधानों, 826 ब्लॉक प्रमुखों और 75 जिला पंचायत अध्यक्षों के खातों में जाता है.
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