अयोध्या में सीएम योगी बोले- ‘पिछली सरकारों के दौरान होली आती थी तो जारी होते थे फतवे’

यूपी तक

• 02:29 PM • 19 Sep 2021

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 19 सितंबर को अपनी सरकार के साढ़े चार साल पूरे होने के मौके पर अयोध्या पहुंचे. जहां उन्होंने हनुमानगढ़ी…

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 19 सितंबर को अपनी सरकार के साढ़े चार साल पूरे होने के मौके पर अयोध्या पहुंचे. जहां उन्होंने हनुमानगढ़ी मंदिर और रामलला के दर्शन किए. इसके अलावा वह वाराणसी भी पहुंचे.

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अयोध्या में सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा की कार्य समिति की बैठक को संबोधित भी किया. इस दौरान उन्होंने कहा, “देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त करने के लिए अभियान चला, आंदोलन चला, बड़े-बड़े संघर्ष हुए और ओबीसी मोर्चो, मुझे लगता है कि अलग-अलग जाति से लोग जुड़े हु्ए होंगे. याद करना ये जातियां, जातियां नहीं हैं, ये हिंदु समाज के अग्रीम मोर्च के लड़ाके हैं. किसी काल खंड में इन्होंने संघर्ष का बीड़ा उठाया था.”

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे लिए ओबीसी मोर्चा, एससी/एसटी मोर्चा, समाज को बांटने का नहीं, बल्कि उनको जागरूक कर विकास की मुख्यधारा में जोड़ने का प्रयास है.

अयोध्या में सीएम योगी ने कहा, “आस्था के साथ कैसे कोई खिलावड़ कर सकता है. हमारी आस्था पर कोई व्यवस्था कैसे बाधक बन सकती है. नहीं…लेकिन पिछली सरकारें रोकती थीं, नहीं होने देती थी पर्व और त्योहारों में, होली आती थी तो फतवे जारी होते थे कि दिन में 12 बजे के बाद होली नहीं मनाएंगे. दीपावली में रात 10 बजे के बाद आतिशबाजी करने पर रोक लग जाती थी. बीजेपी ने आपकी आस्था का सम्मान किया है.”

पहले की सरकारों पर सीएम योगी ने निशाना साधते हुए कहा कि अयोध्या तो कोई नहीं आना चाहता था, सरकारों को लगता था कि अयोध्या जाने का मतलब, उनके ऊपर साम्प्रदायिकता का ठप्प लग जाएगा.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा,

सबका साथ सबका विकास का मूल ही यही है कि बिना किसी भेदभाव के सभी वर्गों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले.

योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, यूपी

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दीपोत्सव अयोध्या की पहचान बन चुका है, इस बार 7.5 लाख दीपक दीपावली के अवसर पर अयोध्या में जलेंगे.

उन्होंने आगे कहा, “दीपावली में गणेश और लक्ष्मी की प्रतिमा के लिए चीन जैसे नास्तिक देश पर निर्भर रहना पड़ता था. उन प्रतिमाओं की न शक्ल होती थी न सूरत, लेकिन उसे खरीदना हमारी मजबूरी होती थी. कोरोना काल में हमारी सरकार ने कहा कि चीन से मूर्तियां नहीं आएंगी. हमारे कुम्हार भाई मूर्ति बनाएंगे. और आज आप देख रहे होंगे कि हमारा कुम्हारा भाई चीन से सस्ती और अच्छी मूर्तियां बनाकर बाजार में बेच रहा है. यहां रोजगार के मौके मिल रहे हैं और हमारा पवित्र त्योहार भी पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रहा है.”

वाराणसी में क्या बोले सीएम योगी

सीएम योगी ने कहा, “अगर आजादी के 70 साल बाद भी अनुसूचित जाति की समस्या का सामाधान हो गया होता तो पीएम मोदी को 2014 में स्वच्छ भारत योजना नहीं चलानी पड़ती. स्वच्छ भारत योजना के तहत इस समाज के लोगों को शौचालय मिला. 51 फीसदी अनुसूचित जाति व पिछड़े समाज के लोगों को शौचालय का लाभ मिला.”

मुख्यमंत्री योगी ने बताया, “लोकसभा चुनाव के दौरान अयोध्या में एक हरिजन व्यक्ति के यहां गया तो उस व्यक्ति ने गेट पर माला-फूल लेकर स्वागत किया. उस व्यक्ति ने कहा कि यह मकान आपकी ही वजह से मिला है. मैंने कहा कि मैंने कब दिया तो उसने कहा कि आपकी ही सरकार में यह आवास मिला है. उसने कहा कि जिदंगी भर बहुजन समाज पार्टी को वोट किया, लेकिन किसी भी योजना का लाभ नहीं मिला था.”

इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने कहा, ” पीएम मोदी के नेतृत्व में 4 करोड़ लोगों को बिजली कनेक्शन दिए गए. इसमें ज्यादातर दलित समाज के लोग थे. वर्तमान में 15 करोड़ लोगों को हर महीने फ्री में राशन दिया जा रहा है. जब हमारी सरकार नहीं थी तब अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लोगों की मौत भूख से होती थी. सरकार बनने के बाद हमने राशन कार्ड की जांच कराई तो पता चला कि कोटेदार अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के समाज के लोगों का राशन फर्जी तरह से निकालकर बेच दे रहा था.”

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