राम मंदिर वाली बात बताते हुए विनय कटियार ने किससे दिखाई नाराजगी, CM योगी ने किसे डांटा?

विनय कटियार ने राम मंदिर के प्रबंधन और आयोजनों पर कड़ी नाराज़गी जताई है. UP Tak के पॉडकास्ट 'यूपी की बात' में उन्होंने ट्रस्ट महासचिव चंपत राय पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें पुरानी व्यवस्था ठीक नहीं लगी.

Vinay Katiyar

कुमार अभिषेक

08 Dec 2025 (अपडेटेड: 08 Dec 2025, 12:22 PM)

follow google news

अयोध्या में राम मंदिर को लेकर आंदोलन करने वाले शुरुआती नेताओं में से एक हिंदुत्ववादी नेता विनय कटियार ने हमारे चैनल यूपी Tak के साप्ताहिक पॉडकास्ट 'यूपी की बात' में अयोध्या मंदिर परिसर से जुड़े प्रबंधन और आयोजनों को लेकर अपनी गहरी नाराजगी जाहिर की है. कटियार ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद हुए धर्मध्वजा स्थापना कार्यक्रम में वह अयोध्या में मौजूद होने के बावजूद शामिल नहीं हुए, क्योंकि उन्हें उस कार्यक्रम का संचालन ठीक नहीं लगा. उन्होंने स्पष्ट कहा कि उन्हें इस बात का बहुत बुरा लगा. इस दौरान विनय कटियार ने राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय पर पर भी निशाना साधा. 

यह भी पढ़ें...

विनय कटियार ने अयोध्या में व्यवस्था को लेकर एक चौकड़ी या मंडली के वर्चस्व की ओर इशारा करते हुए कहा कि चंपत राय ने स्वयं को मंदिर ट्रस्ट का स्वयंभू महासचिव बना दिया है. कटियार ने आरोप लगाया कि राय ने संचालन अपने हाथ में ले लिया था. धर्मध्वजा जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में अनावश्यक रूप से ऊपर जाकर प्रमुखता लेने की कोशिश की गई. यह बात विनय कटियार को ठीक नहीं लगी. कटियार ने इस बात पर भी जोर दिया कि आंदोलन के पुराने लोगों और साधु-संतों को किनारे कर दिया गया.

इस पूरे पॉडकास्ट को यहां नीचे देखा जा सकता है.

इस पूरे विवाद पर बड़ा खुलासा करते हुए विनय कटियार ने दावा किया कि उनकी ही तरह सीएम योगी आदित्यनाथ भी उस समय की व्यवस्था से नाखुश थे. कटियार ने पॉडकास्ट में कहा कि, 'योगी जी ने इसीलिए कुछ लोगों को डांट दिया है. अच्छा किया है.' उन्होंने इस संबंध में बात करते हुए सीधे सीधे चंपत राय का नाम लिया. कटियार ने इस बात पर भी चिंता जताई की कि महंत नृत्य गोपाल दास जैसे पूज्य संतों को भी इस दौरान इग्नोर किया गया. 

अपने तीखे बयानों के लिए मशहूर विनय कटियार ने अयोध्या से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी की अयोध्या सीट पर हार को लेकर कहा कि इसका जवाब तो सिर्फ लल्लू सिंह (बीजेपी प्रत्याशी) ही दे सकते हैं. उन्होंने एक बार फिर अपनी पुरानी मांग दोहराई कि धुन्नीपुर में प्रस्तावित नई मस्जिद को भी सरयू नदी के पार (35 किलोमीटर दूर) गोंडा या बहराइच में बनाया जाना चाहिए.

ये भी पढ़ें: अमन यादव को जबरन गाड़ी में डाल ले गए फिर बेरहमी से इतना मारा वो मर गया, दरिंदगी की हद पार

 

    follow whatsapp