कानपुर में सांसद देवेंद्र सिंह भोले और पूर्व MP के बीच की भिड़ंत वाली रिपोर्ट पहुंची CM योगी के पास! क्या करने वाले हैं वो?

UP News: भाजपा के पूर्व सांसद और मौजूदा सांसद देवेंद्र सिंह भोले के बीच हुआ विवाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंच चुका है. इसकी रिपोर्ट संगठन ने बड़े नेताओं को दी है.

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सिमर चावला

06 Nov 2025 (अपडेटेड: 06 Nov 2025, 06:48 PM)

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UP News: पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की अकबरपुर लोकसभा सीट (कानपुर देहात) से भाजपा सांसद देवेंद्र सिंह भोले और पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी के बीच दिशा (जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति) के दौरान विवाद हो गया था. दोनों नेता आपस में जबरदस्त तरह से भिड़ गए थे. हालत ये थे कि जिलाधिकारी और एसपी को बीच-बचाव करना पड़ा था. इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की सियासत गरमा गई थी और विपक्षी राजनीतिक दलों ने भी भाजपा पर तंज कसे थे. अब भाजपा के मौजूदा सांसद और पूर्व सांसद के बीच हुआ ये विवाद पार्टी हाई कमान तक पहुंच गया है.

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दरअसल सांसद देवेंद्र सिंह भोले का जिस पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी से विवाद हुआ था, उनकी पत्नी प्रतिभा शुक्ला उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री हैं. ऐसे में माना जा रहा था कि ये विवाद भाजपा के भीतर गुटबाजी को सामने लाया है. मगर अब पार्टी ने इस मामले को गंभीरता से लिया है.

सीएम योगी आदित्यनाथ तक गई मामले को लेकर रिपोर्ट

भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल का कहना है कि इस मामले की रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रदेश संगठन मंत्री, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी तक को भेज दी गई है. रिपोर्ट में मुख्यमंत्री समेत बड़े नेताओं से कहा गया है कि वह दोनों नेताओं को अपने पास बुलाएं और दोनों को समझाएं.

हमें दूसरों से लड़ना है- प्रकाश पाल

इस पूरे विवाद को लेकर भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच जिस तरह का विवाद हुआ, वह दुर्भाग्य पूर्ण है. हमें लोगों को साथ लेकर चलना चाहिए. हमें दूसरों से लड़ना है, ना की आपस में विवाद करना है. प्रकाश पाल ने आगे कहा, ऐसी घटना होती है तो विपक्ष को मौका तो मिल ही जाता है. इस दौरान उन्होंने भाजपा नेताओं से अपील करते हुए कहा कि वह विपक्षी राजनीतिक दलों को ऐसा मौका नहीं दें.

दोनों नेताओं के बीच चल रही है राजनीतिक वर्चस्व की जंग 

अकबरपुर लोकसभा (कानपुर देहात) सीट से देवेंद्र सिंह भोले लगातार तीसरी बार सांसद चुने गए हैं. इसी क्षेत्र से वह भाजपा के विधायक भी बन चुके हैं और यूपी के स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं. अकबरपुर सीट से सांसद भोले ने साल 2014, 2019 और 2024 लोकसभा चुनावों में जीत हासिल की है और यहां भाजपा का परचम लहराया है. दूसरी तरफ पूर्व सांसद वारसी भी इसी क्षेत्र से आते हैं. ऐसे में इन दोनों के बीच राजनीतिक वर्चस्व की जंग का इतिहास पुराना है. 

पिछले दिनों पूर्व सांसद की पत्नी और योगी सरकार में मंत्री प्रतिभा शुक्ला वर्चस्व विवाद में और भाजपा सांसद भोले को घेरते हुए धरने पर भी बैठ चुकी हैं. इस दौरान उनके पति और पूर्व सांसद भी धरने पर बैठे थे. माना जा रहा है कि अब सांसद भोले और पूर्व सांसद वारसी के बीच ये टकराव बढ़ गया है और ये सरकारी दफ्तरों-बैठकों तक में पहुंच चुका है.

विवाद के बाद दोनों नेताओं ने दिया था ये बयान

दिशा बैठक में हुए हंगामे के बाद दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए थे. पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी ने सांसद देवेंद्र सिंह भोले पर आरोप लगाया था कि उनके आदमी जिले में फैक्ट्रियों को टारगेट करते हैं और इनके लोग वसूली करते हैं. इस दौरान पूर्व सांसद ने भोले सिंह से अपनी जान को खतरा भी बताया था और उन्होंने सुरक्षा की मांग की थी. दूसरी तरफ सांसद भोले ने पूर्व सांसद वारसी को लेकर कहा था कि उन्हें इलाज की जरूरत है.

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