बिहार विधानसभा चुनाव के बीच शुक्रवार को पटना एयरपोर्ट पर एक ऐसी मुलाकात हुई जिसने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है. जनशक्ति जनता दल के संस्थापक तेज प्रताप यादव और गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन को एक साथ देखा गया जिससे नई राजनीतिक अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. दोनों नेता अपने-अपने चुनाव प्रचार से लौटकर एयरपोर्ट पर मिले थे. जब वे बात करते हुए बाहर निकले तो पत्रकारों ने उन्हें घेर लिया और पूछा कि क्या कोई नया राजनीतिक समीकरण बन रहा है?
ADVERTISEMENT
तेज प्रताप ने क्या कहा?
इस पर तेज प्रताप यादव ने कहा, "मैं रवि किशन से पहली बार मिल रहा हूं. हम दोनों ही भगवान शिव के भक्त हैं और माथे पर टीका लगाते हैं." जब उनसे पूछा गया कि क्या वह बीजेपी का साथ दे सकते हैं, तो उन्होंने सीधा जवाब तो नहीं दिया, लेकिन यह जरूर कहा, "जो भी बेरोजगारी खत्म करेगा, मैं उसके साथ रहूंगा."
रवि किशन ने दिए संकेत
जब रवि किशन से पूछा गया कि क्या कुछ 'संभव' है (यानी क्या तेज प्रताप बीजेपी में आ सकते हैं), तो इस एक्टर से नेता बने सांसद ने कहा, "कुछ भी हो सकता है. बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दरवाजे भोलेनाथ के सभी भक्तों के लिए खुले हैं, जो निस्वार्थ सेवा के लिए राजनीति में हैं." हालांकि जब उनसे यह पूछा गया कि क्या आरजेडी सुप्रीमो के बड़े बेटे (तेज प्रताप) के साथ परिवार में अन्याय हुआ है, तो वह यह कहकर आगे बढ़ गए कि यह चुनाव का समय है और बिहार की जनता सब समझती है.
ये भी पढ़ें: बिहार विधानसभा चुनाव के फर्स्ट फेज की वोटिंग के बाद ही सपा चीफ अखिलेश यादव ने कर दिया बड़ा प्रेडिक्शन
ADVERTISEMENT









