हां ये सही है... ज्ञानवापी में मिले मंदिर के सबूत तो इतिहासकार इरफान हबीब ने कह दी बड़ी बात

अकरम खान

26 Jan 2024 (अपडेटेड: 26 Jan 2024, 09:27 PM)

सर्वे रिपोर्ट पर अलीगढ़ में यूपी तक से बात करते हुए प्रख्यात इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब ने बड़ा बयान दिया. 

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Uttar Pradesh News : ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) सर्वे की रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गई है. ज्ञानवापी में हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के सर्वे में हिंदू मंदिर होने के स्पष्ट प्रमाण मिले हैं. अदालत के आदेश पर गुरुवार को सभी पक्षकारों को 839 पन्नों की रिपोर्ट की प्रिंट कापी सौंप दी गई. वहीं सर्वे रिपोर्ट पर अलीगढ़ (Aligarh) में यूपी तक से बात करते हुए प्रख्यात इतिहासकार प्रोफेसर इरफान हबीब (Irfan Habib) ने बड़ा बयान दिया. 

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सर्वे रिपोर्ट पर कही ये बात

अलीगढ़ में प्रोफेसर इरफान हबीब ने कहा कि ये एक तरह से सही है. मगर, क्या अब मुल्क में यही चलता रहेगा कि कहां मस्जिद तोड़कर मंदिर बनाए गए और कहां मंदिर तोड़कर मस्जिद. बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) का भी कोई तारीखी सबूत नहीं था कि वहां कोई मंदिर था लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दे दिया. उन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद की जगह मंदिर होने के सवाल पर कहा कि हां यह सही है. इसका जिक्र कई किताबों में भी आया है. मगर, क्या देश में यही चलता रहेगा. 

इस किताब का किया जिक्र

उन्होंने कहा कि मस्जिदों को तोड़कर मंदिर बनाने का सिलसिला आखिर कब तक चलता रहेगा. जहां मस्जिद हैं उन्हें तोड़कर मंदिर बना दिया जाए, ये सब गलत है. उन्होंने कहा कि इतने सालों से वहां मस्जिद है. क्यों उसको बदलकर मंदिर बनाया जा रहा है. बाबरी मस्जिद मामले में जो हुआ, उसका भी कोई तारीखी सबूत नहीं है कि वहां कोई मंदिर था. मगर, सुप्रीम कोर्ट ने कर दिया. इतिहासकारों से ज्यादा अब ये जरूरत है कि मुल्क में आप क्या बनना चाह रहे हो. प्रोफेसर ने कहा कि ज्ञानवापी मामले में ASI के सर्वे की कोई जरूरत ही नहीं थी. सर जदुनाथ सरकार की किताब पढ़ लेते तो सब समझ में आ जाता. अब जाहिल हैं, जिन्होंने नहीं पढ़ी. उसका क्या किया जाए.

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