Varanasi News: सरकार भले ही किसी को हो महंगाई सियासत और बयानबाजी कोई नई बात नहीं है, लेकिन पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इससे भी आगे जाकर टमाटर की कीमत पर विरोध करने वालों पर एफआईआर हुआ है.
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दरअसल, ये सब शुरू हुआ वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के नगवा इलाके में स्थित एक सब्जी विक्रेता की दुकान पर टमाटर की कीमत पर विरोध के साथ. टमाटर के बढ़े दाम के खिलाफ प्रदर्शनकारी ने बाउंसर लगाकर टमाटर की हिफाजत की, तो सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इसे ट्वीट करते देरी नहीं की. फिर क्या था. पुलिस प्रदर्शनकारियों की खोजबीन में जुट गई.
सब्जी विक्रेता, उसके बेटे और सपा कार्यकर्ता के खिलाफ संबंधित लंका थाने में एफआईआर खुद इलाके के चौकी इंचार्ज की शिकायत पर हुआ. फिर सब्जी विक्रेता और उसके बेटे की गिरफ्तारी हुई, जबकि प्रदर्शन का आयोजन करने वाला मुख्य आरोपी सपा कार्यकर्ता फरार हो गया.
इतना ही नहीं, सब्जी विक्रेता के दुकान पहुंचकर वाराणसी नगर निगम की राजस्व विभाग की टीम ने निर्माण को जांचा और पूछताछ की. तो वहीं अब अखिलेश के दूत के रूप में स्थानीय सपा नेता सब्जी विक्रेता के घर पहुंचकर हर संभव मदद का भरोसे दे रहे हैं और मामले को यादव समुदाय के खिलाफ विद्वेष की राजनीति बता रहे हैं.
वहीं, सब्जी विक्रेता का परिवार इस घटना को फरार सपा कार्यकर्ता अजय यादव ऊर्फ अजय फौजी की कारस्तानी बता रहा है. वे खुद के लोगों को बेगुनाह बताकर इंसाफ की मांग कर रहे हैं.
रविवार की सुबह वाराणसी में स्थानीय सपा कार्यकर्ता अजय यादव उर्फ अजय फौजी की अगुवाई में शहर के लंका थाने के ठीक पीछे नगवा इलाके में एक सब्जी विक्रेता जगनारायण यादव की सब्जी की दुकान में नाटकीय ढंग से बाउंसर लगाकर सपा कार्यकर्ता अजय फौजी ने विरोध किया. इस विरोध में बकायदा बाउंसर टमाटर की हिफाजत करते नजर आ रहे थे. लेकिन फिर कुछ देर बाद ही यह विरोध उस वक्त तूल पकड़ लिया जब सपा मुखिया अखिलेश यादव ने “भाजपा टमाटर को ‘Z PLUS’ सुरक्षा दे” लिखते हुए खबर के वीडियो के साथ ट्वीट कर दिया.
इसके बाद वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस सक्रिय हो गई और सब्जी की उस दुकान पर पहुंचकर सब्जी विक्रेता जगनारायण यादव और उसके बेटे विकास यादव को गिरफ्तार कर लिया. फिर पुलिस प्रदर्शन का आयोजन करने वाले फरार सपा कार्यकर्ता अजय यादव उर्फ अजय फौजी की तलाश में जुट गई.
इसके बाद अखिलेश यादव ने एक और ट्वीट किया. जिसमें लिखा था, “वाराणसी में महंगाई जैसे जनहित के विषय पर सरकार का ध्यानाकर्षण करने वाले सब्जीवाले को थाने में बिठाना कहां तक उचित है. इस समाचार के फैलने से प्रदेशभर के समस्त सब्ज़ी विक्रेता आक्रोशित हो रहे हैं. उस सब्ज़ीवाले को तुरंत छोड़ा जाए.”
इतना ही नहीं रात होते-होते सब्जी विक्रेता के दुकान की पैमाइश के लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण और नगर निगम की राजस्व की टीम भी पहुंच गई और अवैध निर्माण की जांच करने लगी. इस पूरे घटनाक्रम के बाद सब्जी विक्रेता के घर-परिवार और पड़ोस के लोग सब्जी विक्रेता और उसके गिरफ्तार बेटे को बेकसूर बता रहे हैं और सारा षड्यंत्र रचने का आरोप सपा कार्यकर्ता फरार अजय फौजी पर लगा रहे हैं. वे खुद को सपा-भाजपा की राजनीतिक लड़ाई के बीच फंसा भी बात बता रहे हैं.
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