वाराणसी में BJP विधायक नीलकंठ तिवारी ने धरहरा मस्जिद में लगाई झाड़ू, क्या है इस Mosque का इतिहास?

Varanasi Viral News: वाराणसी के दक्षिणी विधानसभा के बीजेपी विधायक नीलकंठ तिवारी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे धरहरा मस्जिद में सफाई अभियान के दौरान झाड़ू लगाते दिख रहे हैं.

Photo: Neelkanth Tiwari

रोशन जायसवाल

• 05:25 PM • 08 Apr 2025

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Varanasi News: वाराणसी के दक्षिणी विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक नीलकंठ तिवारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वे अपने क्षेत्र की धरहरा मस्जिद में झाड़ू लगाते नजर आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि यह वीडियो सोमवार सुबह का है, जब विधायक एक सफाई अभियान के तहत मस्जिद पहुंचे थे. उनके साथ समर्थक भी मौजूद थे, जिन्होंने मिलकर मस्जिद की साफ-सफाई की. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं और विधायक के समर्थकों ने 'योगी-मोदी, डॉ. नीलकंठ तिवारी और भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद' के नारे लगाए. यह वीडियो चर्चा का विषय बन गया है.

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मालूम हो कि धरहरा मस्जिद की देखरेख की जिम्मेदारी ASI यानी आर्कियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के पास है. 1669 में मिली 'आलमगीर' की उपाधि के बाद वर्तमान के बिंदु माधव वॉर्ड में आलमगीर मस्जिद का निर्माण कराया गया था, जिसे धरहरा मस्जिद के नाम से भी जानते हैं. इस स्थान को लेकर यह दावा किया जाता है कि यहां मंदिर है और इससे संबंधित दो केस भी कोर्ट में लंबित हैं.

बताया जा रहा है कि सोमवार को शहर दक्षिणी के भाजपा विधायक नीलकंठ तिवारी पंचगंगा घाट और बिंदु माधव में स्वच्छता अभियान चलाने के बाद सीधे धरहरा मस्जिद में ही झाड़ू लेकर पहुंच गए. सबसे पहले उन्होंने सीढ़ियों पर झाड़ू लगाई और फिर मस्जिद परिसर में चले गए. इस दौरान विधायक लगभग 1 घंटे तक अपने समर्थकों के साथ मस्जिद में मौजूद थे.

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मालूम हो कि धरहरा मस्जिद 1669 में बनाया गया था, जिसे 1932 में शासन की रिपोर्ट के आधार पर एएसआई को सौंप दिया गया. कई इतिहासकार यह दावा करते हैं कि साल 1669 में औरंगजेब के शाही फरमान के बाद जब विश्वनाथ मंदिर तोड़ा गया था, उसी के चलते बिंदु माधव मंदिर भी तोड़ दिया गया था जो पंचगंगा घाट से लेकर रामघाट तक थ. दावा है कि फिर यहीं पर धरहरा मस्जिद बनी. एक दावा यह भी किया जाता है कि राजा मानसिंह ने बिंदु माधव मंदिर बनवाया था.

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