Bahraich News: महिला सशक्तिकरण की दिशा में काफी आगे बढ़ चुके यूपी के बहराइच जिले की सड़कों पर अब पिंक ई-रिक्शा लेकर फर्राटे भर्ती पिंक ड्रेस में महिलाएं नजर आएंगी. महिलाओं के लिए पूरी तरह आरक्षित इस पिंक ई-रिक्शा में यूं तो कई सारी खूबियां हैं, लेकिन सबसे विशेष बात है इसके संचालन की जिम्मेदारी जो अब पूरी तरह महिलाओं के हाथ में होगी. अब तक महिलाओं को पुरुष ड्राइवरों द्वारा चलाए जा रहे ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा में बैठकर असुरक्षा के बीच सफर तय करना पड़ता था, लेकिन बहराइच में अब इन विशेष पिंक ई-रिक्शा की ड्राइवर सीट पर पुरुष नहीं महिला ड्राइवर नजर आएंगी. इस ई-रिक्शे की पलपल निगरानी के लिए इसमें जीपीएस लोकेशन ट्रैकर लगाया गया है, जो इसके लोकेशन की जानकारी मुहैया कराएगा. साथ ही किसी भी असुरक्षा की स्थिति से निपटने के लिए महिलाएं इसमें लगे पैनिक बटन को दबाकर तत्काल पुलिस को सूचना देकर मदद ले सकेंगी.
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आपको बता दें कि बहराइच की महिला जिलाधिकारी मोनिका रानी ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक अभिनव प्रयोग करते हुए एक साथ कई निशाने साधे हैं. अब महिलाओं को कहीं आने-जाने के लिए पुरुष ड्राइवरों के साथ ‘असुरक्षा के बीच’ यात्रा नहीं करनी होगी, तो दूसरी ओर इन पिंक ई-रिक्शों में महिलाओं के अतिरिक्त किसी पुरुष को यात्रा करने की इजाजत नहीं होगी.
बहराइच में बापू की जयंती यानी 2 अक्तूबर के दिन कलेक्ट्रेट से पिंक ई-रिक्शा संचालन के पहले चरण की शुरुआत करते हुए डीएम मोनिका रानी ने जिले में महिला सशक्तिकरण का ऐसा मॉडल विकसित किया है, जो आने वाले दिनों में अभावग्रस्त, तलाकशुदा, निराश्रित महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में नई इबारत लिखेगा.
इस पूरे कार्यक्रम को पूरी तरह महिलाओं को समर्पित करने के लिए डीएम ने जिले की बीजेपी विधायक अनुपमा जयसवाल, बहराइच-श्रावस्ती से बीजेपी एमएलसी प्रज्ञा त्रिपाठी को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया, जिन्होंने इन महिलाओं को बैंक से मिले लोन के सांकेतिक चेक और ई-रिक्शा की चाभी सौंपी. बीजेपी विधायक अनुपमा जयसवाल ने इन पांचों पिंक ई रिक्शों को हरी झंडी दिखाकर न केवल रवाना किया बल्कि डीएम मोनिका रानी और एमएलसी प्रज्ञा त्रिपाठी के साथ इन रिक्शों में बैठकर कुछ दूर सफर भी किया.
कैसे बनी पिंक रिक्शा संचालन योजना ?
डीएम मोनिका रानी की मानें तो जन सुनवाई के दौरान उन्हें कई ऐसी महिलाओं के दर्द से गुजरना पड़ा जिसने उन्हें इस दिशा में सोचने के लिए मजबूर किया, जिसके बाद उन्होंने इस दिशा में काम करना शुरू किया. पूरी प्लानिंग के साथ उन्होंने नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) और जिले के लीड बैंक मैनेजर के सहयोग से पिंक महिला ड्राइवर संचालित पिंक ई-रिक्शा सड़क पर उतारने की योजना बनाई. इसमें इन ई-रिक्शा की पूरी बागडोर उन निराश्रित, तलाकशुदा महिलाओं को देने की योजना बनी जो हर तरह से कोई भी काम करने में सक्षम हैं और उन्हें सड़क पर ड्राइविंग भी करने में कोई परहेज नहीं है.
ऐसी महिलाओं की पहचान के लिए जिले में संचालित आगा खां फाउंडेशन को जिम्मेदारी सौंपी गई, जिसने इन महिलाओं को मानसिक तौर से ऐसा करने के लिए तैयार किया. इन महिलाओं को परिवहन विभाग की देख रेख में ड्राइविंग लाइसेंस भी दिया गया. ई-रिक्शा सुविधाजनक तरीके से इन महिला लाभार्थियों को मिल सके, इसकी पूरी जिम्मेदारी जिले के एलडीएम ने उठाई, जिसके बाद इन्हें आसानी से बैंक से लोन दिया गया. इन लाभार्थी महिलाओं को जिले के अग्रणी इंडियन बैंक ने एक लाख पछत्तर हजार रुपए का कर्ज सिर्फ पांच प्रतिशत मार्जिन मनी जमा करने पर दे दिया है. इतना ही नहीं इस पूरे कर्ज के ब्याज में भी इन्हे काफी रियायत दी गई है. इस कर्ज में बैंक इनसे सिर्फ चार फीसदी ब्याज लेगा बाकी ब्याज की रकम जिले का नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) बैंक मेंं जमा करेगा.
पिंक टॉयलेट की तर्ज पर महिलाओं को पिंक ई रिक्शा…
महिलाओं की प्राइवेट समस्याओं और सुरक्षा दृष्टिकोण से सरकार ने शहरी क्षेत्र, सरकारी प्रतिष्ठानों में पिंक टॉयलेट बनाकर महिलाओं को सहूलियत देने की कोशिश की है. उसी तर्ज पर बहराइच में महिला जिलाधिकारी मोनिका रानी ने निराश्रित, तलाकशुदा महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में अनूठी पहल करते हुए उन्हें पिंक ई रिक्शा की सौगात दी है.
बहराइच में मुख्य पदों पर महिलाओं की बड़ी भागीदारी…
महिला सशक्तिकरण की दिशा में बहराइच लगभग हर क्षेत्र में अव्वल बना हुआ है. जिले में बतौर डीएम मोनिका रानी, सीडीओ राम्या आर, सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, एसडीएम सदर पूजा यादव समेत कई मुख्य पदों पर महिलाएं काम कर रही हैं. तो दूसरी ओर जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी मंजू सिंह के पास है. इतना ही नहीं जिले के एमएलसी समेत आठ विधायकों में भी सत्ता पक्ष वा विपक्ष की चार विधायक भी महिलाएं हैं. बीजेपी से जहां एमएलसी प्रज्ञा त्रिपाठी, सदर विधायक और पूर्व मंत्री अनुपमा जयसवाल के साथ जिले की एक मात्र सुरक्षित सीट बलहा से विधायक सरोज सोनकर हैं, तो विपक्षी समाजवादी पार्टी की मटेरा विधान सभा से मुस्लिम विधायक मारिया शाह चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंची हैं. वहीं बीते नगर पालिका चुनाव में भी बहराइच नगर पालिका अध्यक्ष पद पर बीजेपी की सुधा टेकड़ीवाल का निर्वाचन हुआ है.
पिंक ई-रिक्शा को लेकर डीएम ने क्या कहा?
महिला डीएम मोनिका रानी ने कहा जनसुनवाई के दौरान कई महिलाओं ने उन्हें अपनी परेशानियों के बारे में बताया, जिसके बाद सबके प्रयास से पिंक रिक्शा की अवधारणा बनी. इसमें उनके निर्देश पर जिले की डूडा इकाई ने पूरी योजना बनाई. एलडीएम के सहयोग से परेशान तलाकशुदा जीवन जी रहीं महिलाओं को रिक्शे के लिए आसानी से कर्ज दिलाया गया. आरटीओ के माध्यम से उन्हें ड्राइवर की ट्रेनिंग देकर लाइसेंस दिलाए गए.
इस कार्यक्रम में सदर बीजेपी विधायक अनुपमा जयसवाल ने बताया कि पूरे उत्तर प्रदेश में डीएम बहराइच मोनिका रानी ने एक बेहतरीन शुरुआत की है, जिसमें इन रिक्शों के संचालन की जिम्मेदारी ऐसी महिलाओं को सौंपी गई है जो कई प्रकार से पीड़ित हैं. इस व्यवस्था की एक बेहतरीन खूबी यह है कि इन रिक्शों में महिलाएं ही बैठेंगी और महिला ही इसे चलाएंगी, जो एक खुशनुमा शुरुआत है.
क्या कहती हैं ई रिक्शा संचालक महिला लाभार्थी?
अपने जीवन में कई सारी परेशानियां और मुसीबत झेल चुकी पिंक रिक्शा लाभार्थी मेघा और बिट्टी की आंखों में इस सौगात के बाद अब नई चमक साफ देखी जा सकती है. रिक्शे की ड्राइवर सीट पर बैठी ड्राइवर बिट्टी ने बताया कि वो जिले की लौकी गांव की रहने वाली हैं. उनके तीन बच्चे हैं और उसके पति नही हैं, जिसके कारण वह बहुत परेशान रहती थीं. घर का गुजर बसर अच्छे से नहीं हो पाता था. रिक्शा मिलने के बाद उनकी आशा जगी है. बिट्टी ने सरकार से मिली इस सौगात पर खुशी जाहिर करते हुए सरकार को धन्यवाद दिया है.
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